हैदराबाद। एक स्थानीय अदालत ने 2016 में भवानीनगर (Bhavaninagar) में एक व्यक्ति की हत्या और उसके घर से गहने चुराने के जुर्म में चार लोगों को दोषी ठहराया और उन्हें तीन साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने प्रत्येक पर 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। दोषी ठहराए गए लोगों में शेख जब्बार, अमजद खान, शबनम पाटन और वली मोहम्मद उर्फ सिकंदर शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, 2016 में चारों ने तालाब कट्टा के मुराद महल में अब्दुल रहमान बिन आमेर की हत्या (Murder) की योजना बनाई थी। हत्या के बाद, वे अलमारी से सोने-चाँदी के गहने लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस ने उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार कर लिया। सुनवाई के बाद अदालत ने उन्हें दोषी पाया और सजा सुनाई। चारों को जेल भेज दिया गया है।

हत्या की क्या परिभाषा है?
कानून की दृष्टि में हत्या वह कृत्य है जिसमें किसी व्यक्ति द्वारा जानबूझकर और गैर-कानूनी तरीके से किसी अन्य व्यक्ति की जान ली जाती है। भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के अंतर्गत इसे गंभीर अपराध माना जाता है, जिसकी सजा मृत्यु या आजीवन कारावास हो सकती है।
मर्डर कितने प्रकार के होते हैं?
विधिक दृष्टिकोण से मर्डर मुख्यतः पूर्व नियोजित हत्या, आकस्मिक हत्या, सम्मान हत्या, और राजनीतिक हत्या जैसे प्रकारों में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक प्रकार के अंतर्गत दंड की प्रकृति, मकसद और परिस्थितियाँ भिन्न होती हैं। इनकी विवेचना न्यायालय द्वारा की जाती है।
दुनिया में कितने लोगों की हत्या हुई है?
विश्व स्तर पर हर वर्ष अनुमानतः 4.5 से 5 लाख लोग हत्या के शिकार होते हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों में दर्शाया गया है। हालांकि, वास्तविक संख्या देश, कानून व्यवस्था, और युद्ध या हिंसा की घटनाओं पर निर्भर करती है, और हर साल यह आंकड़ा थोड़ा घटता-बढ़ता रहता है।
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