जल अधिकारों को आंध्र प्रदेश को सौंपने का आरोप
हैदराबाद। बीआरएस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री जी जगदीश रेड्डी (Jagdish Reddy) ने मुख्यमंत्री (CM) ए रेवंत रेड्डी पर तेलंगाना आंदोलनकारियों के सबसे बुरे सपने को हकीकत में बदलने और तेलंगाना के जल अधिकारों को आंध्र प्रदेश को सौंपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रेवंत रेड्डी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा भेजी गई पटकथा के अनुसार काम कर रहे हैं और तेलंगाना के लोगों को एक बार फिर धोखा देने के लिए उन्हें पद छोड़ना होगा।
कड़ी मेहनत से हासिल किए गए अधिकारों से समझौता!
तेलंगाना भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए, जगदीश रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस सरकार गोदावरी और कृष्णा नदियों के पानी पर तेलंगाना के कड़ी मेहनत से हासिल किए गए अधिकारों से समझौता कर रही है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना विरोधी ताकतें राज्य से नदी के पानी में उसका वाजिब हिस्सा छीनने के खिलाफ हैं।
तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए
पूर्व मंत्री ने मांग की कि रेवंत रेड्डी को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि दिल्ली दौरे के दौरान उन्हें अपने आंध्र प्रदेश समकक्ष के साथ गुप्त रूप से सौदेबाजी करने का कोई अधिकार नहीं था। उन्होंने कहा कि रेवंत रेड्डी अपने पद की रक्षा के लिए तेलंगाना के हितों की बलि चढ़ा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया, ‘रेवंत रेड्डी ने सर्वोच्च परिषद की बैठक की मांग क्यों नहीं की? क्या उन्हें फिर से जेल जाने का डर है?’
नोटिस जारी करके ध्यान भटकाने की रणनीति
जगदीश रेड्डी को संदेह था कि रेवंत रेड्डी इस विश्वासघात से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव को निशाना बनाकर और फिर से नोटिस जारी करके ध्यान भटकाने की रणनीति अपना सकते हैं। उन्होंने कालेश्वरम परियोजना के पंपों को चालू करने में मुख्यमंत्री की निष्क्रियता की भी निंदा की, जबकि गोदावरी नदी का पानी चुपचाप रायलसीमा में छोड़ने में मदद की। उन्होंने भाजपा नेताओं पर आंध्र प्रदेश में राजनीतिक सुविधा के लिए रेवंत रेड्डी का साथ देने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि तेलंगाना और उसके अधिकारों के मामले में बीआरएस चुप नहीं बैठेगी।

रेड्डी कौन थे?
दक्षिण भारत की एक प्रमुख जाति रेड्डी है, जो मुख्यतः आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पाई जाती है। यह जाति परंपरागत रूप से कृषक, जमींदार और योद्धा वर्ग मानी जाती है। इतिहास में रेड्डी समुदाय ने कई क्षेत्रों में राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षिक योगदान दिए हैं।
डॉ. वाई. वी. रेड्डी कौन थे?
डॉ. याग्नमूर्ति वेंकट रेड्डी एक प्रतिष्ठित भारतीय अर्थशास्त्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के 21वें गवर्नर थे। वे 2003 से 2008 तक इस पद पर रहे। उन्होंने भारत की मौद्रिक नीति को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाई और वैश्विक वित्तीय संकट से देश को बचाने में सहयोग किया।
जी. किशन रेड्डी का पूरा नाम क्या है?
किशन रेड्डी का पूरा नाम गंगापुरम किशन रेड्डी है। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और वर्तमान में केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री हैं। वे तेलंगाना से सांसद हैं और राज्य तथा राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।
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