संसद में पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक को जानबूझकर रोकने के लिए ठहराया जिम्मेदार
हैदराबाद। सीएम ए रेवंत रेड्डी (Chief Minister A Revanth Reddy) ने भाजपा पर राज्य विधानसभा द्वारा पारित 42 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक को मंजूरी देने में जानबूझकर देरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने पिछड़ी जातियों के आरक्षण पर भाजपा के दोहरे मापदंड की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि तेलंगाना विधानसभा (Telangana Legislative Assembly) में पिछड़ी जातियों के आरक्षण विधेयक का समर्थन करने वाले भाजपा नेता अब संसद में इसे रोक रहे हैं।
दिल्ली में डाले रहेंगे डेरा
रेवंत रेड्डी अपने कैबिनेट सहयोगियों, कांग्रेस सांसदों और अन्य नेताओं के साथ पार्टी के लोकसभा नेता राहुल गांधी और राज्यसभा नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करेंगे और उनसे एनडीए सरकार पर दबाव बनाने और पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक को राष्ट्रपति की मंज़ूरी दिलाने का अनुरोध करेंगे। वे केंद्र द्वारा अपनाई जाने वाली जाति जनगणना के लिए तेलंगाना मॉडल को बढ़ावा देने के लिए अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में डेरा डाले रहेंगे।
केंद्र पर दबाव बनाने विपक्षी दलों का जुटा रहे समर्थन
उन्होंने कहा, ‘हम केंद्र पर दबाव बनाने के लिए विपक्षी दलों के बीच समर्थन जुटा रहे हैं। उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया है कि स्थानीय निकाय चुनाव सितंबर तक करा लिए जाएँ; केंद्र द्वारा विधेयकों को मंज़ूरी मिलते ही चुनाव करा दिए जाएँगे।’ उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण लागू होने के साथ ही आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से ज़्यादा हो गई है और राज्यपाल को भेजा गया अध्यादेश इस 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने के लिए था।
भाजपा के रुख पर उठाया सवाल
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रेवंत रेड्डी ने पिछड़ी जातियों के आरक्षण को मुस्लिम कोटा हटाने से जोड़ने के भाजपा के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्य पिछड़ी जातियों के आरक्षण के तहत मुस्लिम कोटा प्रदान करना जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि वे चाहते हैं, तो तेलंगाना में हमसे सवाल करने से पहले उन्हें उन राज्यों में मुस्लिम आरक्षण हटाना चाहिए।’ उन्होंने भाजपा के दृष्टिकोण को पिछड़ी जातियों के अधिकारों में बाधा डालने की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तेलंगाना में बंदी संजय को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर पिछड़ी जातियों के साथ अन्याय किया है और उसे बंडारू दत्तात्रेय को उपाध्यक्ष नियुक्त करके अपनी गलती सुधारनी चाहिए।

रेवंत रेड्डी कौन हैं?
रेवंत रेड्डी तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता हैं। वे पहले टीडीपी में थे, बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। वे भाषण कौशल और जनता से जुड़ाव के लिए प्रसिद्ध हैं। दिसंबर 2023 में तेलंगाना विधानसभा चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री कौन हैं?
तेलंगाना राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी हैं। वे कांग्रेस पार्टी से संबंधित हैं और 2023 में राज्य चुनाव जीतकर सीएम बने। उन्होंने केसीआर को हराकर यह पद संभाला और प्रशासन, विकास और युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है।
हैदराबाद का प्रमुख नेता कौन है?
हैदराबाद का प्रमुख नेता रेवंत रेड्डी माने जाते हैं क्योंकि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री हैं। राज्य की राजधानी हैदराबाद होने के कारण प्रशासनिक और विकास कार्यों की ज़िम्मेदारी उन्हीं के अधीन होती है। वे राज्य की नीतियों और निर्णयों के मुख्य सूत्रधार हैं।
Read Also : Sangareddy: मेजर कविता वासुपल्ली ने ब्रह्मपुत्र राफ्टिंग अभियान में अकेली महिला बनकर रचा इतिहास