हैदराबाद : पुलिस महानिदेशक (DGP) बी. शिवधर रेड्डी ने घोषणा की कि पुलिस स्मृति दिवस 21 अक्टूबर को गोशामहल पुलिस स्टेडियम (Goshamahal Police Stadium) में मनाया जाएगा। कार्यक्रम मंगलवार सुबह 9:30 बजे शुरू होगा, और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी, इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे।
इस साल, पूरे भारत में 191 पुलिस कर्मियों ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई : डीजीपी
डीजीपी ने आगे बताया गया कि 21 से 31 अक्टूबर तक पूरे तेलंगाना राज्य में पुलिस स्मृति दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 21 अक्टूबर को, सभी डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफिस में मेमोरियल प्रोग्राम होंगे, और 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर नेशनल यूनिटी डे तक सभी पुलिस स्टेशन की सीमा में इसी तरह की एक्टिविटी जारी रहेंगी। इस साल, पूरे भारत में 191 पुलिस कर्मियों ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई है, जिसमें तेलंगाना के पांच बहादुर ऑफिसर शामिल हैं।
दस सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी की याद में पुलिस स्मृति दिवस
पुलिस मेमोरियल डे 21 अक्टूबर 1959 से हर साल मनाया जाता है, जो उन दस सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने सब-इंस्पेक्टर करम सिंह के नेतृत्व में हॉट स्प्रिंग्स, लद्दाख में चीनी हमले के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी और देश के लिए अपनी जान दे दी। यह दिन उनके बलिदान और उन सभी पुलिस कर्मियों के सम्मान में मनाया जाता है जिन्होंने तब से उनके उदाहरण को फॉलो किया है। दस दिनों के दौरान जागरूकता, रक्तादान शिविर, लेखन आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
पुलिस स्मृति दिवस 21 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है?
इस दिन 1959 में, भारत-चीन सीमा पर 10 बहादुर पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
घटना का विवरण:
- 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स (Hot Springs) क्षेत्र में, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के एक गश्ती दल पर चीनी सेना ने घात लगाकर हमला कर दिया।
- इस हमले में 10 जवान वीरगति को प्राप्त हुए और कई अन्य घायल व बंदी बनाए गए।
- यह घटना भारत-चीन युद्ध (1962) से पहले की थी, लेकिन यह सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रामकता का संकेत थी।
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