हैदराबाद : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश स्तरीय कार्यशाला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष (BJP State President) एन. रामचंद्र राव की अध्यक्षता में हुई। इस मौके पर रामचंद्र राव ने पार्टी नेताओं को कई निर्देश दिया। एन. रामचंद्र राव ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर, भारत सरकार (Government of India) ने 6 अक्टूबर को औपचारिक रूप से “एक भारत – आत्मनिर्भर भारत” प्रोग्राम शुरू किया। यह प्रोग्राम 31 अक्टूबर तक चलेगा।
सरदार पटेल की कोशिशों से ही तेलंगाना आज भारत का हिस्सा
उन्होंने कहा कि इसके तहत, देश भर में अधिकारियों और लोगों की भागीदारी के साथ अलग-अलग प्रोग्राम हो रहे हैं। दिल्ली में भी इस प्रोग्राम पर एक खास कार्यशाला हुई। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम सुनते ही तेलंगाना के लोगों का दिल गर्व से भर जाता है। क्योंकि उन्हीं की कोशिशों की वजह से आज तेलंगाना भारत का हिस्सा है। हालांकि कुछ पार्टियां राजनीतिक फायदे के लिए इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करती हैं और सच्चाई को छिपाती हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी लोगों को असली इतिहास साफ-साफ बता रही है। हालांकि तेलंगाना सरकारें अधिकारिक तौर उस दिन को नहीं मनातीं जब 17 सितंबर, 1948 को हैदराबाद स्टेट का भारत में विलय हुआ था, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार बीजेपी की देखरेख में इसे “हैदराबाद लिबरेशन डे” के तौर पर मना रही है।

देश को एक करने में सरदार पटेल का रोल बहुत बड़ा है : रामचंद्र राव
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश को एक करने में सरदार पटेल का रोल बहुत बड़ा है। उन्होंने 560 रियासतों को एक झंडे के नीचे लाकर भारत को एक किया। सरदार वल्लभभाई पटेल पर “आयरन मैन ऑफ इंडिया” का टाइटल सूट करता। वह ऐसे लीडर थे जिन्होंने जूनागढ़, हैदराबाद और कश्मीर जैसे इलाकों को भी भारत में मिलाया था। उन्होंने कहा कि भले ही दूसरी पॉलिटिकल पार्टियां उन्हें भूल जाएं, लेकिन देशभक्त भारतीय जनता पार्टी उन्हें हमेशा याद रखेगी। भले ही वह कांग्रेस के लीडर हों, देश के लिए उनकी सेवा हमारे लिए इंस्पिरेशन है। अब विदेशी ताकतें इस देश के खिलाफ साज़िश कर रही हैं। जॉर्ज सोरोस जैसे लोग कांग्रेस पार्टी को फंडिंग करके देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
सरदार वल्लभभाई पटेल को लौह पुरुष क्यों कहा जाता है?
“लौह पुरुष (Iron Man of India)” इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने:
- भारत के 562 रियासतों का एकीकरण किया, जो स्वतंत्र भारत की सबसे बड़ी राजनीतिक चुनौती थी।
- बिना युद्ध के, केवल कूटनीति, दृढ़ संकल्प और प्रशासनिक दृढ़ता से इन रियासतों को भारत में मिलाया।
- उनके निर्णय लेने की क्षमता, अनुशासन और राष्ट्रीय एकता के प्रति अडिग प्रतिबद्धता ने उन्हें यह उपाधि दिलाई।
सरदार वल्लभभाई पटेल का नारा क्या था?
“एकता के बिना सार्वजनिक जीवन में कोई स्थायित्व नहीं है।”
लौह पुरुष की उपाधि किसने और क्यों दी?
“लौह पुरुष” की उपाधि सरदार वल्लभभाई पटेल को जनता और इतिहासकारों ने दी — यह कोई आधिकारिक या एक व्यक्ति द्वारा दी गई उपाधि नहीं है।
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