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IIT Madras : स्कूल ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप की शुरुआत

Ankit Jaiswal
Ankit Jaiswal
IIT Madras : स्कूल ऑफ इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप की शुरुआत

आईआईटी मद्रास की पहल

हैदराबाद : आईआईटी मद्रास (IIT Madras) ने डीप-टेक स्टार्ट-अप स्थापित करने के लिए विश्व स्तरीय पारिस्थितिकी तंत्र बनाने हेतु नवाचार और उद्यमिता स्कूल शुरू किया है। यह स्कूल उद्यमिता में एक माइनर स्ट्रीम, एमएस (उद्यमिता) डिग्री प्रदान करेगा। यह पीएचडी कार्यक्रम के अलावा, अनुवादात्मक अनुसंधान में योगदान देने वाले नए कार्यक्रम और उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाने के इच्छुक पेशेवरों को सहयोग देने के लिए एक अनूठा ‘उद्यमी-इन-रेजिडेंस’ (EIR) समूह भी शुरू करेगा। इनमें स्नातक और परास्नातक स्तर पर अभ्यास-आधारित डिग्रियां, साथ ही उद्योग-परिभाषित ‘इनोवेशन डॉक्टरेट’ शामिल हैं। प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल, धारावाहिक संकाय-उद्यमी और आईआईटी मद्रास के एक प्रतिष्ठित संकाय के नेतृत्व में, स्कूल का उद्देश्य स्टार्ट-अप के लिए आरंभिक और स्केल-अप चरणों में आईआईटी मद्रास-विशिष्ट वित्तपोषण तंत्र बनाना भी है

50,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 475 से अधिक स्टार्टअप कार्यरत

यह छात्रों को आईपी फाइलिंग की अवधारणा को समझने में मदद करने के लिए ‘आईपी क्लीनिक’ भी चलाएगा और आईआईटीएम के आईपीएम सेल के सहयोग से उनके नवाचारों को शीघ्रता से आईपी समर्थित उत्पादों में परिवर्तित करेगा। वर्तमान में, आईआईटी मद्रास भारत के सबसे बड़े ‘डीप-टेक’ स्टार्टअप इकोसिस्टम का केंद्र है, जहाँ आईआईटीएम इनक्यूबेशन सेल और कई क्षेत्र-विशिष्ट इनक्यूबेटरों के तत्वावधान में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 475 से अधिक स्टार्टअप कार्यरत हैं। इन स्टार्टअप्स ने कुल मिलाकर 11,000 से अधिक नौकरियाँ सृजित की हैं, 700 से अधिक पेटेंट दायर किए हैं और 12,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है।

आईआईटी मद्रास क्या है?

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास भारत के प्रमुख तकनीकी और शोध संस्थानों में से एक है। इसकी स्थापना 1959 में जर्मनी की तकनीकी सहायता से हुई थी। यह इंजीनियरिंग, विज्ञान, प्रबंधन और अंतःविषय शोध के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और नवाचार के लिए जाना जाता है।

क्या IIT मद्रास एक सरकारी या निजी संगठन है?

आईआईटी मद्रास भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला एक स्वायत्त सार्वजनिक तकनीकी संस्थान है। इसे संसद के अधिनियम के तहत विशेष दर्जा प्राप्त है। इसकी पूरी फंडिंग सरकार द्वारा की जाती है, और प्रवेश राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षा जेईई एडवांस्ड के माध्यम से होता है।

आईआईटी मद्रास इतना प्रसिद्ध क्यों है?

इस संस्थान की ख्याति उत्कृष्ट शोध, उच्चस्तरीय फैकल्टी, उद्योग सहयोग, और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में शीर्ष स्थान के कारण है। यहां का “आईआईटी मद्रास रिसर्च पार्क” और नवाचार संस्कृति छात्रों को स्टार्टअप और नई तकनीकों के विकास में प्रेरित करती है, जिससे यह विश्वस्तर पर पहचान बनाता है।

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