ऑनलाइन सेवाएँ अस्थायी रूप से अनुपलब्ध
हैदराबाद। हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (HMWSSB) की ऑनलाइन सेवाएं गुरुवार रात से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। HMWSSB द्वारा जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘डेटा सेंटर में तकनीकी समस्या के कारण, जल बोर्ड की ऑनलाइन सेवाएँ अस्थायी रूप से अनुपलब्ध हैं। हमारी तकनीकी टीम इस समस्या का समाधान करने के लिए काम कर रही है। हम असुविधा के लिए क्षमा चाहते हैं और जल्द से जल्द सेवाएँ बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं।‘
वेब पोर्टल के माध्यम से टैंकर बुकिंग पूरी तरह से ठप
मुख्य रूप से, एचएमडब्ल्यूएसएसबी के वेब पोर्टल के माध्यम से टैंकर बुकिंग पूरी तरह से ठप रही। नए जल कनेक्शन और सीवरेज कनेक्शन, एनईएफटी/आरटीजीएस के माध्यम से बिल भुगतान, शिकायतों का पंजीकरण, बिलिंग विवाद और 20 अन्य ग्राहक सेवाओं सहित अन्य सेवाएँ भी प्रभावित रहीं। एचएमडब्ल्यूएसएसबी के महाप्रबंधक-आईटी, कृष्णा साई ने बताया, ‘तकनीकी समस्या को ठीक करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं, और आज दोपहर तक सेवाएं फिर से शुरू हो सकती हैं।’
उपभोक्ताओं तक समय पर टैंकरों की पहुँच सुनिश्चित
शहर में टैंकर आपूर्ति नेटवर्क का प्रबंधन संभाल रहे एचएमडब्ल्यूएसएसबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘तकनीकी समस्याओं के कारण हम मैन्युअल रूप से टैंकर बुकिंग कर रहे हैं और उपभोक्ताओं तक समय पर टैंकरों की पहुँच सुनिश्चित कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि हैदराबाद जल बोर्ड को ऑनलाइन बुकिंग के ज़रिए औसतन हर दिन 1,500 से 2,000 कॉल आ रहे हैं।’ वर्तमान में, ग्रेटर हैदराबाद में 11 लाख उपभोक्ता एचएमडब्ल्यूएसएसबी के साथ पंजीकृत हैं और सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं।
डेटा सेंटर क्या होता है?
ऐसी सुरक्षित जगह जहाँ कंप्यूटर सिस्टम, सर्वर, स्टोरेज और नेटवर्किंग उपकरणों को रखा जाता है और जहाँ से डेटा को संग्रहित, प्रबंधित और संसाधित किया जाता है, उसे डेटा सेंटर कहते हैं। यह इंटरनेट, क्लाउड सेवाओं और डिजिटल सेवाओं का मुख्य आधार होता है।
भारत में कितने डेटा सेंटर हैं?
भारत में 2024 तक लगभग 160 से अधिक डेटा सेंटर सक्रिय हैं, जिनमें से प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और नोएडा में बड़े-बड़े डेटा पार्क मौजूद हैं। केंद्र सरकार और निजी कंपनियाँ मिलकर इस संख्या को तेजी से बढ़ा रही हैं।
गूगल के पास कितना डाटा सेंटर है?
गूगल के दुनिया भर में लगभग 35 से अधिक बड़े डेटा सेंटर हैं। ये अमेरिका, यूरोप, एशिया और दक्षिण अमेरिका जैसे क्षेत्रों में फैले हुए हैं। इनके अलावा गूगल के पास कई छोटे “एज डेटा सेंटर” भी हैं, जो डेटा को उपयोगकर्ता के करीब रखने में मदद करते हैं।
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