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Crime : फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बेचने के आरोप में दो गिरफ्तार

Kshama Singh
Kshama Singh
Crime : फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बेचने के आरोप में दो गिरफ्तार

कई फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त

हैदराबाद। साइबराबाद पुलिस (Cyberabad Police) ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जो कथित तौर पर विदेशी नौकरी के इच्छुक लोगों को फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बेच रहे थे। पुलिस ने उनके पास से कई फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त किए। गिरफ्तार (Arrest) किए गए लोगों में ए हरीश और एम महेश शामिल हैं, जो कुकटपल्ली में श्री व्यास कंसल्टेंसी चला रहे थे

विदेश जाने की योजना बना रहे लोगों के लिए प्रमाण पत्र बनवा रहे थे दोनों आरोपी

पुलिस के अनुसार, हरीश और महेश उच्च शिक्षा या नौकरी के लिए विदेश जाने की योजना बना रहे लोगों के लिए प्रमाण पत्र बनवा रहे थे। पुलिस को पता चला कि अब तक उन्होंने 46 लोगों को शैक्षिक प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए हैं और उनका इस्तेमाल करके 24 लोग विदेश यात्रा कर चुके हैं। दोनों विजयवाड़ा के मोहन नाम के व्यक्ति से प्रमाणपत्र प्राप्त कर रहे थे। मामला दर्ज कर लिया गया है।

गिरफ्तार

गिरफ्तारी का अर्थ क्या होता है?

व्यक्ति को उसकी स्वतंत्रता से वंचित कर कानूनी प्रक्रिया के तहत हिरासत में लेना गिरफ्तारी कहलाता है। यह किसी अपराध के संदेह या सबूत के आधार पर होती है। पुलिस या सक्षम अधिकारी भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत इसे अंजाम देता है।

गिरफ्तारी कैसे की जाती है?

प्रक्रिया में पहले पुलिस अधिकारी को उचित कारण, वारंट या संदेह होना चाहिए। फिर व्यक्ति को उसकी गिरफ्तारी का कारण बताया जाता है। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर निकटतम न्यायालय में 24 घंटे के भीतर पेश करना अनिवार्य होता है।

गिरफ्तार व्यक्ति के क्या अधिकार हैं?

ऐसे व्यक्ति को वकील रखने, गिरफ्तारी का कारण जानने, शांतिपूर्वक विरोध करने और 24 घंटे के भीतर अदालत में पेश होने का अधिकार होता है। संविधान के अनुच्छेद 22 के तहत ये अधिकार सुनिश्चित किए गए हैं ताकि गिरफ्तारी मनमानी न हो सके।

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