नई दिल्ली,। अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Plane Crash)से पहले भी कंपनी के विमान में गंभीर गड़बड़ी की शिकायत आई थी। उस वक्त प्लेन हजारों फीट की ऊंचाई पर थी, जब विमान के इमरजेंसी डोर से अचानक अजीब से आवाज आने लगी। पास बैठे पैसेंजर को जब यह आवाज सुनाई दी तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी क्रू मेंबर्स को दी। इस दौरान पैसेंजर्स के बीच खलबली मच गई। आशंकाओं से घिरे यात्रियों की हवाइयां उड़ने लगीं। क्रू मेंबर्स की चिंताएं भी बढ़ गई थीं।
उड़ान भरने के तकरीबन एक घंटे के बाद ही यह दिक्कत आई थी
गनीमत रही कि किसी प्रकार की कोई दुर्घटना नहीं हुई। विमान के लैंड करते ही उसकी गहनता से छानबीन की गई और दिक्कत को दूर करने का दावा किया गया। पैसेंजर ने जब विमान के केबिन क्रू से इस बात की शिकायत की तो बताया जाता है कि क्रू मेंबर ने इमरजेंसी डोर (Emergency Door)पर नैपकिन लगा दिया। उड़ान भरने के तकरीबन एक घंटे के बाद ही यह दिक्कत आई थी। उस वक्त एयर इंडिया का विमान हजारों फीट की ऊंचाई पर था, ऐसे में पैसेंजर्स के बीच खलबली मचना स्वाभाविक था।
एयर इंडिया के विमान से जुड़ी यह घटना 1 जून 2025 की है
पैसेंजर का कहना है कि इमरजेंसी डोर से आवाजें आने के साथ ही इंटरनल पार्ट कमजोर भी दिखाई पड़ा था। दरअसल, एयर इंडिया के विमान से जुड़ी यह घटना 1 जून 2025 की है। यानी अहमदाबाद में एयर इंडिया के प्लेन के क्रैश करने से 11 दिन पहले। दिल्ली से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट (एआई 314) हांगकांग के लिए रवाना हुई थी। अभी एक घंटा का ही वक्त बीता था कि विमान के इमरजेंसी डोर से आवाजें आने लगीं। इस वजह से कुछ इंटरनल डैमेज होने की बात भी सामने आई है।
एयर इंडिया ने दिल्ली-हांगकांग फ्लाइट में दिक्कत आने की बात को स्वीकार किया है
एयर इंडिया ने दिल्ली-हांगकांग फ्लाइट में दिक्कत आने की बात को स्वीकार किया है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सुरक्षा मसलों को टॉप प्रायरिटी पर रखते हुए किसी भी विमान को फ्लाइट ऑपरेशन के लिए क्लियर करने से पहले मल्टीपल इंजीनियरिंग चेक किया जाता है। मिड फ्लाइट (जब विमान आसमान में था) के दौरान डेकोरेटिव डोर पैनल से आवाजें आने लगी थीं। क्रू मेंबर्स ने हालात का जायजा लिया और पाया कि सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है। इसके बाद क्रू मेंबर ने जरूरी कदम उठाते हुए आवाज को दूर कर दिया।
इंजीनियरिंग टीम ने अपनी तरफ से मुकम्मल छानबीन की
एयर इंडिया ने अपने बयान में घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। विमानन कंपनी ने बताया कि प्लेन के हांगकांग में लैंड करते ही उसकी पूरी जांच पड़ताल की गई। इंजीनियरिंग टीम ने अपनी तरफ से मुकम्मल छानबीन की। कंपनी ने आगे बताया कि सुरक्षा के सभी मानक सही पाए गए और एयरक्राफ्ट को उड़ान के लिए क्लियर कर दिया गया। कंपनी ने बताया कि रिटर्न फ्लाइट (हांगकांग-दिल्ली फ्लाइट) के दौरान विमान में किसी तरह की आवाज नहीं आई थी।
Read more : Pahalgam: हमले के हत्यारों के खात्मे तक ऑपरेशन सिंदूर जारी रहे : ओवैसी