भारत पर टैरिफ लगाकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) बुरी तरह फंस गए हैं। उनका न सिर्फ पूरी दुनिया में बल्कि अमेरिका में भी विरोध हो रहा है। श्रमिक दिवस पर हजारों कामगार न्यूयॉर्क स्थित ट्रंप के आवास के बाहर जुटे और ‘ट्रंप वापस जाओ’ के नारे लगाए। कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए।
श्रमिकों की समस्याओं पर केंद्रित प्रदर्शन
शिकागो और न्यूयॉर्क (Newyork) में वन फेयर वेज संगठन के तहत प्रदर्शन हुए। इसमें न्यूनतम मजदूरी और श्रमिकों की परेशानी को मुद्दा बनाया गया। फिलहाल न्यूनतम संघीय मेहनताना 7.25 डॉलर प्रति घंटा है।
ट्रंप टॉवर के बाहर हंगामा
शिकागो में ट्रंप टॉवर के बाहर प्रदर्शनकारियों ने ‘नेशनल गार्ड (National Guard) नहीं चाहिए’ और ‘उसे जेल में डालो’ जैसे नारे लगाए। वॉशिंगटन डीसी और सैन फ्रांसिस्को में भी बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे।
बैनर और पोस्टरों से विरोध
प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर और बैनर लहराए जिन पर लिखा था – इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एन्फोर्समेंट का अतिक्रमण बंद करो, डीसी को मुक्त करो और नकाबपोश गुंडे नहीं चाहिए।
अदालत ने दी बड़ी टिप्पणी
अमेरिका के एक संघीय न्यायाधीश ने कहा कि दक्षिणी कैलिफोर्निया में आव्रजन प्रवर्तन के विरोध प्रदर्शनों में ट्रंप प्रशासन द्वारा नेशनल गार्ड का इस्तेमाल अवैध है।
डोनाल्ड ट्रम्प कौन हैं?
डोनाल्ड जॉन ट्रम्प (जन्म 14 जून, 1946) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ, मीडिया व्यक्तित्व और व्यवसायी हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति हैं। रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य, उन्होंने 2017 से 2021 तक 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
डोनाल्ड ट्रम्प किस धर्म के हैं?
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपना जीवन प्रेस्बिटेरियन ईसाई धर्म में बिताया है, लेकिन अब उन्होंने खुद को गैर-सांप्रदायिक ईसाई घोषित किया है, हालांकि उनकी धार्मिक पहचान को लेकर व्यक्तिगत संबंध और कई पर्यवेक्षकों ने सवाल उठाए हैं।
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