हैदराबाद। लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General) वी. श्रीहरि ने दक्षिण भारत क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) का पदभार ग्रहण कर लिया है। वे तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी एवं लक्षद्वीप में सैन्य अभियानों की देखरेख करते हैं। जनरल ऑफिसर सैनिक स्कूल अमरावती नगर, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून के पूर्व छात्र हैं।
विभिन्न रेजिमेंटल, इंस्ट्रक्शनल, स्टाफ और कमांड पदों पर कार्य किया
उन्हें जून 1987 में नई गठित 16 सिख लाइट इन्फैंट्री बटालियन में कमीशन दिया गया था और बाद में अगस्त 1992 में पैरा रेजिमेंट में परिवर्तित कर दिया गया था। उन्होंने विभिन्न रेजिमेंटल, इंस्ट्रक्शनल, स्टाफ और कमांड पदों पर कार्य किया है। उन्हें देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी भागों के साथ-साथ विदेश में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवा देने का अनुभव है। उन्होंने ऑपरेशन रक्षक में एक पैरा स्पेशल फोर्स बटालियन, सियाचिन ग्लेशियर स्थित बेस कैंप, एक स्ट्राइक कोर में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड और उत्तर पूर्व में एक माउंटेन डिवीजन की कमान संभाली।
जनरल ऑफिसर को 31 आरआर (कमांडो) में सेवा करते हुए 1998 में शौर्य चक्र
जनरल ऑफिसर को 31 आरआर (कमांडो) में सेवा करते हुए 1998 में शौर्य चक्र, अपने डिवीजन की कमान के लिए 2021 में सेना मेडल (विशिष्ट सेवा) और 2023 में अतिविशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है। उनकी पत्नी उमा श्रीहरि गृहिणी हैं और उनकी बेटी पुडुचेरी में काम करती है।
लेफ्टिनेंट की सुविधा क्या है?
भारतीय सेना में “लेफ्टिनेंट” सबसे जूनियर कमीशंड अधिकारी होता है। हालांकि पद जूनियर होता है, फिर भी उन्हें कई सुविधाएँ मिलती हैं।
भारत में कितने लेफ्टिनेंट जनरल हैं?
भारत में लगभग 90 से 100 लेफ्टिनेंट जनरल होते हैं।
लेफ्टिनेंट को कितने स्टार होते हैं?
एक लेफ्टिनेंट के कंधे पर एक सितारा (1-Star) होता है।
Read also: DYCM: डिप्टी सीएम ने यदाद्री ताप विद्युत संयंत्र की पहली इकाई राष्ट्र को समर्पित की