तारीख: 22 सितंबर 2025
शारदीय नवरात्रि का पहला दिन आज से शुरू हो गया है। पूरे देश में मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री (ShialPutri) की पूजा-अर्चना के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। उत्तर प्रदेश के विंध्यांचल धाम (Vindhyanchal) में सुबह से ही लाखों श्रद्धालु पहुंचे, जबकि कानपुर, रायपुर और अन्य शहरों के प्रमुख मंदिरों में भी भारी भीड़ देखी गई। मंदिरों को फूलों और रोशनी से सजाया गया है, और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
नवरात्रि की शुरुआत और पूजा का महत्व
शारदीय नवरात्रि 2025 का आगाज आज 22 सितंबर को हुआ, जो 1 अक्टूबर तक चलेगा। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है, जो मां दुर्गा का पहला रूप हैं। मान्यता है कि मां शैलपुत्री शिव का वाहन नंदी पर सवार होकर प्रकट होती हैं और भक्तों को शक्ति व समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। घर-घर में घटस्थापना की गई, जबकि मंदिरों में विशेष आरतियां और भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त आज सुबह 6:13 से 10:22 बजे तक था, और अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:49 से 12:38 बजे तक रहा। पहले दिन का शुभ रंग नारंगी माना गया है, और भोग में खीर या दूध से बनी मिठाइयां चढ़ाई जाती हैं।
विंध्यांचल धाम में भक्तों का जत्था
मिर्जापुर स्थित विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में नवरात्रि की शुरुआत से ही माहौल भक्तिमय हो गया। आधी रात से ही श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए पहुंचने लगे। मंगला आरती के बाद दर्शन-पूजन शुरू हो गया, और लाखों भक्त इच्छा, क्रिया तथा ज्ञान रूपा देवियों के त्रिकोण दर्शन कर निहाल हो रहे हैं। यहां 52 भैरवों के साथ चारों दिशाओं में जागृत हनुमान जी भी विराजमान हैं।

एक श्रद्धालु ने बताया, “नवरात्रि का पहला दिन ही मां की कृपा से मनोकामना पूरी हो गई। भीड़ भले ही ज्यादा हो, लेकिन इंतजाम शानदार हैं।” प्रशासन ने ट्रैफिक और पार्किंग के लिए विशेष व्यवस्था की है, ताकि भक्तों को कोई असुविधा न हो। नवरात्रि के नौ दिनों तक यहां मेला लगा रहेगा।
अन्य मंदिरों में भी रौनक
कानपुर के बारादेवी, तपेश्वरी देवी, जंगली देवी, अशोक नगर दुर्गा मंदिर और चंद्रिका देवी मंदिर में रविवार रात से ही रोशनी और सजावट शुरू हो गई। आज सुबह से भक्तों की लंबी कतारें लगीं, और बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदारी का सिलसिला जारी रहा। सीसीटीवी और मेटल डिटेक्टर से सुरक्षा मजबूत की गई है।
छत्तीसगढ़ के शक्तिपीठों जैसे रायपुर के महामाया मंदिर में ज्योतिप्रज्वलन रात 9 बजे तक पूरा हो गया। राजनांदगांव के बरफानी धाम में त्रि-स्तरीय पूजा आयोजन हो रहे हैं, और ट्रेन सेवाओं को बढ़ाया गया है। पूरे प्रदेश में भक्तों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

नवरात्रि के नौ दिनों में कौन सी देवी की पूजा?
- पहला दिन (22 सितंबर): मां शैलपुत्री
- दूसरा दिन (23 सितंबर): मां ब्रह्मचारिणी
- तीसरा दिन (24 सितंबर): मां चंद्रघंटा
- चौथा दिन (25 सितंबर): मां कूष्मांडा
- पांचवां दिन (26 सितंबर): मां स्कंदमाता
- छठा दिन (27 सितंबर): मां कात्यायनी
- सातवां दिन (28 सितंबर): मां कालरात्रि
- आठवां दिन (29 सितंबर): मां महागौरी
- नौवां दिन (1 अक्टूबर): मां सिद्धिदात्री (महानवमी)
नवरात्रि के इन दिनों में मां दुर्गा पृथ्वी लोक पर निवास करती हैं और भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पर्व शक्ति, समृद्धि और शांति का प्रतीक है।
भक्तों से अपील है कि भीड़ को देखते हुए ऑनलाइन बुकिंग और दिशा-निर्देशों का पालन करें। नवरात्रि की शुभकामनाएं!
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