न्यूयॉर्क में यूनुस के खिलाफ ‘पाकिस्तान जाओ’ के नारे
न्यूयॉर्क: न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर बांग्लादेशी प्रवासियों के एक समूह ने मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस(Yunus) के खिलाफ ज़ोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने उन पर देश को “तालिबान जैसा” बनाने और हिंदू अल्पसंख्यकों(Minorities) पर अत्याचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान यूनुस को निशाना बनाते हुए “यूनुस(Yunus) पाकिस्तानी है” और “पाकिस्तान वापस जाओ” जैसे नारे लगाए गए। यह प्रदर्शन यूनुस के संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने के दिन ही हुआ, जहां उन्होंने बांग्लादेश को “विकास की यात्रा” पर बताया था।
यूनुस पर गंभीर आरोप और अल्पसंख्यकों की दुर्दशा
प्रदर्शनकारियों ने मोहम्मद यूनुस(Yunus) पर अगस्त 2024 में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद इस्लाम-वादी ताकतों(Islamist Forces) के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि यूनुस(Yunus) के सत्ता में आने के बाद से बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति में भारी गिरावट आई है। प्रदर्शनकारियों ने विशेष रूप से हिंदू, बौद्ध और ईसाई अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि चिन्मय कृष्ण दास जैसे हिंदू नेताओं को गैरकानूनी ढंग से जेल में बंद किया गया है। बांग्लादेश हिंदू बुद्धिस्ट क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त से दिसंबर 2024 के बीच सांप्रदायिक हिंसा में 32 हिंदुओं की जान चली गई और 133 मंदिरों पर हमले हुए, जो तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यकों के निशाने पर आने को दर्शाता है।
यूनुस का UNGA में संबोधन और भारत पर टिप्पणी
UNGA में ‘विकास की यात्रा’ का दावा
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान, मोहम्मद यूनुस(Yunus) ने बांग्लादेश में हुए राजनीतिक परिवर्तन को स्वीकार किया और कहा कि देश अब “विकास की यात्रा” पर है। उन्होंने वैश्विक मंच पर प्रवासियों के श्रम के महत्व पर जोर दिया और सभी देशों से उनकी सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने सार्क को पुनर्जीवित करने की भी मांग की, जिसे उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग के लिए महत्वपूर्ण बताया।
भारत के साथ संबंधों पर टिप्पणी
इससे पहले, यूनुस(Yunus) ने भारत के साथ संबंधों पर भी बात की थी, जहां उन्होंने आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारत में होना दोनों देशों के रिश्तों को मुश्किल बना रहा है। उन्होंने भारत पर उनके खिलाफ ‘फ़ेक न्यूज़’ फैलाने और यह प्रचार करने का आरोप लगाया था कि बांग्लादेश पर इस्लामी आंदोलन का कब्जा हो गया है, और उन्हें स्वयं तालिबानी कहा जा रहा है।
मोहम्मद यूनुस के खिलाफ न्यूयॉर्क में प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों का मुख्य आरोप क्या था?
प्रदर्शनकारियों का मुख्य आरोप यह था कि मोहम्मद यूनुस इस्लाम-वादी ताकतों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और बांग्लादेश को ‘तालिबान जैसा देश’ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने अगस्त 2024 के तख्तापलट के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार का भी आरोप लगाया।
यूनुस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में बांग्लादेश की स्थिति के बारे में क्या कहा?
यूनुस ने UNGA में कहा कि बांग्लादेश एक जन-विद्रोह से गुजरा है और अब वह “विकास की यात्रा” पर है। उन्होंने परिवर्तन की अपनी आकांक्षाओं को साझा किया और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए सार्क (SAARC) को पुनर्जीवित करने की अपील की।
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