इस्लामाबाद । ऑपरेशन सिंदूर में एस-400 ने भारत की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई थी। अब पाकिस्तान ने इसी तर्ज पर फतह-4 क्रूज़ मिसाइल (Fatah-4 cruise missile) का विकास किया है। पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को इसका सफल परीक्षण करने की घोषणा की। सेना का दावा है कि यह मिसाइल देश की पारंपरिक मिसाइल क्षमता को और मजबूत बनाएगी।
फतह-4 की तकनीकी विशेषताएं
पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर के मुताबिक, फतह-4 एक सतह-से-सतह मार करने वाली मिसाइल है, जिसकी रेंज 750 किलोमीटर (470 मील) है। इसमें उन्नत एवियोनिक्स और आधुनिक नेविगेशन सिस्टम लगाए गए हैं। सेना ने लॉन्च साइट का खुलासा नहीं किया।
तुलना: भारत की ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 800 किमी है।
उच्च सटीकता और टेरेन-हगिंग क्षमता
आईएसपीआर (ISPR) का दावा है कि फतह-4 दुश्मन के वायु रक्षा तंत्र को ‘टेरेन-हगिंग फ्लाइट’ यानी जमीन के करीब उड़कर चकमा दे सकती है और उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य भेद सकती है। सेना का कहना है कि यह मिसाइल पाकिस्तान के पारंपरिक मिसाइल सिस्टम की रेंज, घातकता और टिकाऊपन को बढ़ाएगी।
एस-400 जैसी क्षमता का दावा
पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्ट्स के अनुसार, फतह-4 मिसाइल भारतीय एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence System) को भेदने की क्षमता रखती है। आईएसपीआर ने इसे हाल ही में गठित आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड की बड़ी उपलब्धि बताया।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों को बधाई दी
फतह-4 के सफल परीक्षण पर राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ, जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमिटी के चेयरमैन और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी।
राष्ट्रपति ज़रदारी ने इसे पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली में ‘मील का पत्थर’ करार दिया और कहा कि फतह-4 देश की वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता का प्रमाण है। उन्होंने जोर देकर कहा, “पाकिस्तान की रक्षा अभेद्य थी और रहेगी।”
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