BJP Ritesh Pandey: उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद और बीजेपी नेता रितेश पांडेय ने अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी पर चिंता जताई है। उन्होंने इस कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण कहा और कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के विरुद्ध है।
रितेश पांडेय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्विटर’ (Twitter) पर एक भावनात्मक पोस्ट के जरिए अपना समर्थन जताया। उन्होंने लिखा, “मैं अली खान को व्यक्तिगत रूप से जानता हूं। वे एक अच्छे इंसान और समझदार शिक्षक हैं। उनका राष्ट्र के प्रति समर्पण अटूट है।”
गिरफ्तारी की वजह बना ऑपरेशन सिंदूर पर पोस्ट
BJP Ritesh Pandey: प्रोफेसर अली खान को हरियाणा पुलिस ने उनके द्वारा किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट के कारण गिरफ्तार किया। यह पोस्ट हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से संबंधित था। पुलिस के मुताबिक, पोस्ट ने भारतीय सेना की महिला अधिकारियों का अपमान किया और सामाजिक वैमनस्य बढ़ाने का प्रयास किया गया।
हालांकि, प्रोफेसर ने यह पोस्ट हटा लिया था और सफाई दी थी कि उनकी मंशा सैनिकों और नागरिकों की संरक्षण को लेकर चिंता व्यक्त करने की थी।
रितेश पांडेय का पूरा समर्थन
रितेश पांडेय ने यह भी लिखा, “इस पोस्ट में ऐसी कोई बात नहीं थी, जिसे अपराध माना जाए। जब पोस्ट पहले ही हटा दी गई थी, तो गिरफ्तारी की कोई आवश्यकता नहीं थी। मैं उम्मीदवारी करता हूं कि प्रोफेसर अली खान को शीघ्र न्याय मिलेगा।”
याचिका और जनता का समर्थन
प्रोफेसर की गिरफ्तारी के विरुद्ध 1,100 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर कर एक याचिका दायर की है। इसमें उनकी रिहाई की मांग की गई है और इस कदम को “मनमाना” और “दोहरे मापदंड” वाला कहा गया है। कई शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर आक्रमण कहा है।
राजनीतिक हलचल और विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया
यह गिरफ्तारी बीजेपी(BJP) युवा मोर्चा के नेता योगेश जठेरी की शिकायत के बाद हुई, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। वहीं, अशोका यूनिवर्सिटी ने कहा है कि वह इस घटना में पड़ताल के बाद ही कोई आधिकारिक बयान देगी।