2025 में 17% बढ़ा बर्कशायर का मुनाफा
नई दिल्ली: मशहूर निवेशक वॉरेन बफे(Warren Buffett) की कंपनी बर्कशायर हैथवे(Berkshire Hathaway) ने साल 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का मुनाफा 17% बढ़ गया है और उसके पास 34 लाख करोड़ रुपये यानी 381.7 अरब डॉलर का कैश जमा हो चुका है। यह रकम इतनी बड़ी है कि इसकी तुलना डेनमार्क(Denmark) जैसे देश की जीडीपी से की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि बफे की सतर्क निवेश नीति और बाजार की स्थिरता ने कंपनी की कमाई में बड़ी भूमिका निभाई है।
रिकॉर्ड मुनाफा और बढ़ा निवेश
बर्कशायर(Berkshire) हैथवे ने इस तिमाही में 30.796 अरब डॉलर का मुनाफा कमाया है, जो पिछले साल के 26.251 अरब डॉलर की तुलना में काफी अधिक है। कंपनी के क्लास ए शेयर पर यह मुनाफा 21,413 डॉलर बैठता है। इसके अलावा, स्टॉक बिक्री से भी कंपनी को 17.3 अरब डॉलर का अतिरिक्त लाभ हुआ है।
वहीं कंपनी ने हाल ही में ऑक्सीकेम में 9.7 अरब डॉलर का निवेश किया, फिर भी उसकी नकदी में कोई बड़ी कमी नहीं आई। रिपोर्ट के अनुसार, बर्कशायर के पास केवल तीन महीनों में 30 अरब डॉलर कैश और बढ़ गया। इससे पता चलता है कि कंपनी अपनी निवेश रणनीति पर मजबूत स्थिति में है।
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नेतृत्व में बदलाव और डिविडेंड की संभावना
जनवरी 2026 में वॉरेन बफे के वाइस चेयरमैन ग्रेग एबेल कंपनी के सीईओ बन जाएंगे, जबकि बफे चेयरमैन बने रहेंगे। 95 वर्ष की उम्र में बफे अब नेतृत्व की जिम्मेदारी अपने उत्तराधिकारी को सौंप रहे हैं। फिलहाल कंपनी का क्लास ए शेयर 7,15,740 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है, जो मई 2025 में दर्ज 8,12,855 डॉलर के उच्चतम स्तर से नीचे है।
विश्लेषकों के अनुसार, जैसे ही एबेल पद संभालेंगे, निवेशक उनसे डिविडेंड को लेकर नई नीतियों की उम्मीद करेंगे। कंपनी के पास इतनी बड़ी नकदी राशि है कि निवेशकों का दबाव बढ़ना तय है। हालांकि, बफे के चेयरमैन बने रहने से कोई बड़ा बदलाव तुरंत देखने की संभावना नहीं है।
बर्कशायर के पास इतनी नकदी क्यों जमा है?
कंपनी अपने अधिकांश फंड अमेरिकी ट्रेजरी बिलों और अल्पकालिक निवेशों में रखती है, जिन पर 5.4% से अधिक ब्याज मिलता है। इससे बफे को केवल ब्याज से ही सालाना लगभग 20 अरब डॉलर की कमाई होती है।
क्या कंपनी डिविडेंड जारी करने की तैयारी में है?
फिलहाल इसकी संभावना कम है, क्योंकि बफे भविष्य के निवेश अवसरों के लिए नकदी सुरक्षित रखना पसंद करते हैं। फिर भी, नए सीईओ के आने के बाद रणनीति में बदलाव संभव है।
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