खाना ऑर्डर करना हुआ महंगा
नई दिल्ली: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो(Zomato) ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस में 20% की बढ़ोतरी की है, जिससे अब खाना ऑर्डर करना महंगा हो गया है। पहले यह शुल्क ₹10 था, जिसे बढ़ाकर ₹12 कर दिया गया है। कंपनी ने यह बढ़ोतरी खास तौर पर आने वाले त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए की है।
दिवाली और नवरात्रि(Navratri) जैसे त्योहारों के दौरान ऑर्डर की संख्या में काफी वृद्धि होती है, जिसके लिए कंपनी को डिलीवरी सिस्टम, स्टाफ और तकनीकी संसाधनों पर अधिक खर्च करना पड़ता है। इस अतिरिक्त खर्च को पूरा करने के लिए ही यह फैसला लिया गया है। यह पहली बार नहीं है; पिछले साल भी कंपनी ने अपनी फीस ₹6 से बढ़ाकर ₹10 की थी।
जोमैटो की सफलता और वित्तीय प्रगति
जोमैटो(Zomato) के शेयर ने पिछले एक साल में निवेशकों(Investors) को अच्छा रिटर्न दिया है। इसने एक साल में 30% का रिटर्न दिया है, जबकि पिछले छह महीनों में 45% और इस साल की शुरुआत से अब तक करीब 17% का रिटर्न दिया है। कंपनी ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही में ₹2 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था, जो इसकी वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।
जोमैटो एक ‘यूनिकॉर्न’ स्टार्टअप है, जिसका मूल्य 1 बिलियन डॉलर से अधिक है। यह ग्राहकों, रेस्तरां और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ने का काम करता है, और फूड डिलीवरी के अलावा, ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए भी इसका एक प्लेटफॉर्म है, जिसका नाम ब्लिंकिट है।
कंपनी की स्थापना और विस्तार
जोमैटो(Zomato) की स्थापना दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने 2008 में ‘फूडीबे’ नाम से की थी। मात्र नौ महीनों में यह दिल्ली-एनसीआर की सबसे बड़ी रेस्तरां डायरेक्टरी बन गई। 2010 में इसका नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। भारत में सफलता के बाद, कंपनी ने 2012 तक श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस जैसे देशों में भी अपनी सेवाएं शुरू कर दी थीं।
इसके बाद 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील में भी इसका विस्तार हुआ। यह फूड-टेक क्षेत्र में देश का पहला यूनिकॉर्न स्टार्टअप बना। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने स्विगी ने भी अपनी प्लेटफॉर्म फीस ₹12 से बढ़ाकर ₹14 की थी, जो इस क्षेत्र में बढ़ती लागत को दर्शाता है।
जोमैटो ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस में कितनी बढ़ोतरी की है?
अपनी प्लेटफॉर्म फीस में 20% की बढ़ोतरी कंपनी ने की है, जिसे ₹10 से बढ़ाकर अब ₹12 कर दिया गया है।
कंपनी ने यह बढ़ोतरी क्यों की है?
यह बढ़ोतरी त्योहारी सीज़न के दौरान ऑर्डर्स की संख्या में वृद्धि को देखते हुए की है। इस दौरान बढ़ते खर्चों को संतुलित करने के लिए फीस बढ़ाई गई है।
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