हैदराबाद । आसानी से धन कमाने की लालसा में देवर-भाभी को गांजा तस्करी (Marijuana Smuggling) का चस्का लग गया। इस चक्कर में दोनों सलाखों के पीछे पहुंच गए। राजकीय रेलवे पुलिस सिकंदराबाद और आरपीएफ ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन (Secunderabad Railway Station) के प्लेटफार्मों और ट्रेनों में मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण के समय दोनों को भारी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार कर लिया।
आसानी से पैसा कमाने के लिए इस धंधे में उतरे देवर-भाभी
रायगढ़, ओडिशा से सिकंदराबाद होते हुए मुंबई तक गांजा ले जाते समय गांजा तस्कर अजय कुमार पुत्र रामसेवक प्रसाद, निवासी मरसिंहपुर का टोला, टीना गांव, नगरनौसा थाना, नालंदा, बिहार, रीना देवी पत्नी धनंजय कुमार, निवासी मरसिंहपुर का टोला, टीना गांव, नगरनौसा थाना, नालंदा, बिहार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में मुख्य आरोपी पंकज निवासी, उत्तर प्रदेश फरार है। अजय कुमार और रीना देवी आपस में देवर -भाभी है। रेलवे पुलिस के अनुसार अजय और उसकी भाभी दोनों आसानी से और जल्दी पैसा कमाने के लिए जानबूझकर मुख्य आरोपी पंकज के साथ ओडिशा से मुंबई तक गांजा ले जाने का समझौता किया, जिसके लिए प्रति व्यक्ति 5,000 प्रति यात्रा का शुल्क लिया जाएगा।
फरार मुख्य आरोपी पंकज ने दोनों को सौंपा था गांजा
इस समझौते के तहत, वे मुनिगुडा वन क्षेत्र में पंकज से मिले, जहाँ उसने उन्हें गांजा से भरे दो ट्रॉली सूटकेस सौंपे और उन्हें मुंबई जाने का रेल टिकट दिया। अजय के पास एक हरे रंग का ट्रॉली सूटकेस था जिसमें गांजा के पाँच पैकेट थे, जबकि रीना के पास एक लाल रंग का ट्रॉली सूटकेस था जिसमें चार पैकेट थे, दोनों भूरे रंग के चिपकने वाले टेप से लिपटे हुए थे।
गांजा सूटकेस के साथ ट्रेन से रायगढ़ से दुव्वाड़ा की यात्रा की और फिर मुंबई एलटीटी एक्सप्रेस ट्रेन (ट्रेन संख्या 18519) के ए-1, एसी कोच, बर्थ संख्या 16 और 18 में सवार होकर ट्रॉली सूटकेस को अपनी बर्थ के नीचे रख दिया। मंगलवार को, जब ट्रेन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 10 पर पहुंची, तो पुलिस कर्मियों ने दोनों को संदिग्ध तरीके से पाया और उनके विवरण के बारे में उचित जानकारी नहीं देने पर पूछताछ की, पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि ट्रॉली सूटकेस में गांजा है। पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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