India-Pakistan war में कौन देगा साथ? जानें संभावित सहयोगी देश। छिड़ गया तो कौन सा देश किसका साथ देगा? जानिए यहां
India-Pakistan war में कौन देगा साथ? जानें संभावित सहयोगी देश। के बीच बढ़ते तनाव और पहलगाम आतंकी हमले जैसी घटनाओं के बाद एक बड़ा सवाल लोगों के मन में उठता है – अगर इन दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध होता है, तो दुनिया के कौन-कौन से देश किसका समर्थन करेंगे?
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भारत और पाकिस्तान की रणनीतिक स्थिति
भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति से लैस राष्ट्र हैं और दोनों के अपने-अपने कूटनीतिक, आर्थिक और सामरिक सहयोगी हैं। आइए समझते हैं कि कौन-से देश भारत और पाकिस्तान के साथ खड़े हो सकते हैं।
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भारत का साथ देने वाले संभावित देश
1. अमेरिका (USA)
- अमेरिका ने बीते दशक में भारत के साथ सामरिक रिश्ते गहरे किए हैं।
- QUAD (India, USA, Japan, Australia) जैसी साझेदारियों में भारत अहम है।
- हालांकि अमेरिका युद्ध के पक्ष में नहीं होता, लेकिन डिप्लोमैटिक और टेक्नोलॉजिकल सपोर्ट भारत को मिल सकता है।
2. फ्रांस
- भारत का रक्षा सहयोगी, राफेल फाइटर जेट सौदा इसका उदाहरण है।
- आतंकवाद के मुद्दे पर भी फ्रांस भारत का समर्थन करता है।
3. रूस
- परंपरागत रूप से भारत का पुराना मित्र।
- हालांकि आजकल रूस और पाकिस्तान के रिश्ते बेहतर हुए हैं, लेकिन युद्ध की स्थिति में रूस तटस्थ या भारत समर्थक रह सकता है।
4. इज़राइल
- रक्षा तकनीक और खुफिया जानकारी में सहयोग।
- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का मजबूत समर्थक।
5. ऑस्ट्रेलिया और जापान
- दोनों QUAD के सदस्य हैं और भारत समर्थक रुख रखते हैं।
पाकिस्तान का साथ देने वाले संभावित देश
1. चीन
- पाकिस्तान का सबसे बड़ा रणनीतिक और आर्थिक सहयोगी।
- CPEC, ग्वादर पोर्ट, और हथियारों की आपूर्ति से लेकर संयुक्त सैन्य अभ्यास तक।
- हालांकि चीन भी खुला युद्ध नहीं चाहेगा, लेकिन बैकेंड सपोर्ट दे सकता है।
2. तुर्की
- मुस्लिम उम्मा में पाकिस्तान का समर्थक।
- कश्मीर मुद्दे पर भी तुर्की ने खुलकर पाकिस्तान का पक्ष लिया है।
3. ईरान (संभावित रूप से तटस्थ)
- दोनों देशों के साथ संबंध हैं, लेकिन खुला समर्थन संभव नहीं।
- क्षेत्रीय शांति में रुचि रखने वाला देश है।
4. सऊदी अरब और खाड़ी देश
- आर्थिक रूप से पाकिस्तान को सपोर्ट करते हैं।
- परंतु भारत के साथ भी मजबूत व्यापारिक रिश्ते हैं।
- इसलिए संतुलित या तटस्थ रुख अपनाने की संभावना है।

संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक संस्थाएं
- UN और NATO जैसे संगठन युद्ध की स्थिति में दोनों पक्षों को वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की अपील करेंगे।
- भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी युद्ध की स्थिति में वैश्विक बाजारों, ऊर्जा आपूर्ति और सुरक्षा को खतरा होगा, इसलिए दबाव सभी ओर से शांति के लिए डाला जाएगा।
युद्ध के संभावित परिणाम
- अगर युद्ध लंबा खिंचता है, तो यह आर्थिक रूप से दोनों देशों के लिए विनाशकारी होगा।
- परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका से दुनिया भर में डर फैल सकता है।
- ऐसे में, राजनीतिक दबाव, सैन्य समर्थन से अधिक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
India-Pakistan war में कौन देगा साथ? जानें संभावित सहयोगी देश। होता है, तो:
- भारत को अमेरिका, फ्रांस, रूस (संभवत), जापान, इज़राइल जैसे देशों का समर्थन मिलेगा।
- पाकिस्तान को चीन, तुर्की और कुछ हद तक खाड़ी देशों का समर्थन मिल सकता है।
लेकिन सबसे अहम बात यह है कि 21वीं सदी में सीधा युद्ध सभी के लिए हानिकारक है, और दुनिया की अधिकांश ताकतें शांति के पक्ष में खड़ी रहेंगी।