తెలుగు | Epaper

Jaya Parvati Vrat : जया पार्वती व्रत का आज से हो रहा समापन

Kshama Singh
Kshama Singh
Jaya Parvati Vrat : जया पार्वती व्रत का आज से हो रहा समापन

अखंड सुहाग और मनचाहे वर की कामना से किया जाता है व्रत

जया पार्वती व्रत 5 दिनों तक रखा जाता है। इस बार 08 जुलाई 2025 से इस व्रत की शुरूआत हुई थी और आज यानी की 13 जुलाई 2025 को इस व्रत का समापन होगा। यह व्रत अविवाहित लड़कियों के साथ विवाहित महिलाओं द्वारा भी रखा जाता है। अविवाहित कन्याएं अच्छे वर की कामना से यह व्रत करती हैं, जबकि विवाहित महिलाएं पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए यह व्रत करती हैं। जो भी महिला सच्चे मन से इस व्रत (Fast) को करती है, उसको देवी पार्वती (Maa Parvati) का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।

जया पार्वती व्रत का समापन

हर साल आषाढ़ माह की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि से जया पार्वती व्रत की शुरूआत होती है। इस व्रत का समापन पांच दिन बाद कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को होता है। इस बार 08 जुलाई 2025 से जया पार्वती व्रत की शुरूआत हुई थी। वहीं आज यानी की 13 जुलाई 2025 को इस व्रत का समापन हो रहा है।

जया पार्वती व्रत

पूजा विधि

  • व्रत के पहले दिन घर में मौजूद किसी गमले में गेहूं के बीज बोए जाते हैं।
  • गमले को पूजा वेदी पर स्थापित करें।
  • 5 दिनों तक गमले में पानी डालते रहें और नगला को कुमकुम से सजाएं।
  • आखिरी दिन व्रत से एक दिन पहले पूजा के बाद व्रत का पारण करें।
  • आखिरी व्रत पर रातभर जागरण करें।
  • व्रत के आखिरी दिन गमले में जो गेहूं की घास उगी है, उसको किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर दें।

जया पार्वती व्रत के नियम

  • बता दें कि 5 दिनों तक जया पार्वती व्रत के दौरान सभी प्रकार की सब्जियां और अनाज खाने से बचना चाहिए।
  • इस व्रत में खाए जाने वाले खाने में नमक भी नहीं होना चाहिए।
  • व्रत के पारण वाले भोजन में सब्जियां, नमक और गेहूं से बनी रोटियां जरूर होनी चाहिए।
  • जया पार्वती व्रत लगातार 5, 7, 9, 11 या 20 वर्ष तक रखना जरूरी होता है। लेकिन अगर आप एक साल भी व्रत नहीं करते हैं, तो उसका निगेटिव प्रभाव जीवन पर पड़ सकता है।

Read More : Bihar: बिहार और नेपाल का रोटी और बेटी का संबंध है

Ganesh Visarjan: अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त

Ganesh Visarjan: अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन के लिए शुभ मुहूर्त

Shukra Pradosh: शुक्र प्रदोष व्रत कथा का महत्व

Shukra Pradosh: शुक्र प्रदोष व्रत कथा का महत्व

Vaman Dwadashi: वामन द्वादशी 2025 का महत्व और पूजा विधि

Vaman Dwadashi: वामन द्वादशी 2025 का महत्व और पूजा विधि

Chandra Grahan 2025: गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सावधानियाँ

Chandra Grahan 2025: गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सावधानियाँ

Samsaptak yog 2025: चंद्र ग्रहण पर मंगल-शनि का दुर्लभ समसप्तक योग!

Samsaptak yog 2025: चंद्र ग्रहण पर मंगल-शनि का दुर्लभ समसप्तक योग!

Anant Chaturdashi :  चतुर्दशी पर बांधते हैं 14 गांठों वाला अनंत सूत्र

Anant Chaturdashi : चतुर्दशी पर बांधते हैं 14 गांठों वाला अनंत सूत्र

Chandra Grahan : 7 सितंबर के चंद्रग्रहण का सूतक काल कब से लगेगा

Chandra Grahan : 7 सितंबर के चंद्रग्रहण का सूतक काल कब से लगेगा

Ekadashi: परिवर्तिनी एकादशी का विशेष महत्व

Ekadashi: परिवर्तिनी एकादशी का विशेष महत्व

Anant Chaturdashi  2025: अनन्त चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त

Anant Chaturdashi  2025: अनन्त चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त

Pitru Paksha: पितृपक्ष में भूलकर भी न रखें ये वस्तुएं

Pitru Paksha: पितृपक्ष में भूलकर भी न रखें ये वस्तुएं

Rajasthan : खाटू श्याम बाबा का मंदिर कुछ घंटे के लिए रहेगा बंद

Rajasthan : खाटू श्याम बाबा का मंदिर कुछ घंटे के लिए रहेगा बंद

Blood Moon : चंद्र ग्रहण का राशियों पर अशुभ प्रभाव

Blood Moon : चंद्र ग्रहण का राशियों पर अशुभ प्रभाव

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870