झारखंड में शुक्रवार को रांची समेत कई जिलों में बारिश हुई. इस दौरान वज्रपात से 10 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 19 लोग घायल हो गए. 19 से 22 जुलाई तक राज्य में हल्की बारिश (Light Rain) के आसार हैं. मौसम विभाग ने 23 और 24 जुलाई को भारी बारिश के संकेत दिए हैं. फिलहाल मानसून कमजोर पड़ गया है. लगातार बारिश से लोगों को निजात मिली है. इससे तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है.
रांची-झारखंड (Ranchi- Jharkhand) में फिलहाल मानसून कमजोर पड़ गया है. लगातार बारिश से लोगों को निजात मिली है. इससे तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. दोपहर बाद कहीं-कहीं एक या दो बार मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ हल्की तथा मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. शुक्रवार को रांची समेत कई जिलों में बारिश हुई. इस दौरान वज्रपात ने कहर ढाया. राज्य में 10 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 19 लोग घायल हो गए. 19 से 22 जुलाई तक राज्य में हल्की बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने 23 और 24 जुलाई को राज्य के दक्षिणी और मध्य भाग में भारी बारिश (Heavy Rain) के संकेत दिए हैं.
रांची में सर्वाधिक 25 मिमी हुई बारिश
झारखंड में शुक्रवार को सबसे अधिक राजधानी रांची में 25 मिमी बारिश हुई. पूर्वी सिंहभूम ने 48 दिनों में ही मानसून अवधि ( एक जून से 30 सितंबर) की 1023 मिमी बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शुक्रवार को पूर्वी सिंहभूम में 1024.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी, जबकि सामान्य वर्षापात 408.9 मिमी है.
वज्रपात से 10 की मौत, 19 घायल
झारखंड में वज्रपात से शुक्रवार को 10 लोगों की मौत हो गयी है, जबकि 19 लोग घायल हो गए. गिरिडीह के तिसरी स्थित कटकोको गांव में 38 वर्षीय रमेश टुडू की मौत हो गयी, जबकि तीन लोग घायल हो गए. चांडिल के नीमडीह के बामनी गांव में वज्रपात से भूदेव महतो (61 वर्ष) की मौत हो गयी. बालूमाथ के अंतर्गत झाबर गांव के सुइयांटोली निवासी आनंद उरांव की भी वज्रपात से मौत हो गयी है. गुमला जिले के घाघरा के नाथपुर गांव निवासी भैयाराम उरांव (67) की मौत वज्रपात से हो गयी. रांची के अनगड़ा की हेसल पंचायत के मंझिलाटोली में वज्रपात से सीता देवी (44 वर्ष) की मौत हो गयी, जबकि उसकी पुत्री आशा कुमारी (22 वर्ष) झुलस गयी.
ठनका गिरने से इनकी भी हो गयी मौत
बरकट्ठा के प्रयाग यादव (50 वर्ष) और जसीमा खातून (62 वर्ष) की वज्रपात से मौत हो गयी. इसके अलावा 16 लोग घायल हो गये. गिरिडीह के जमुआ प्रखंड की पंचायत धर्मपुर के श्यामसिंह नावाडीह में धान रोपने के दौरान वज्रपात से मंसूर अंसारी की 42 वर्षीया पत्नी बिलवा खातून की मौत हो गयी. हजारीबाग के चौपारण में करिश्मा देवी (28 वर्ष) की वज्रपात से मौत हो गयी. सरैयाहाट के थानदारी गांव में ठनका गिरने से उषा देवी (20 वर्ष) की मौत हो गयी.
वज्रपात की परिभाषा क्या है?
वज्रपात, जिसे आकाशीय बिजली भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक घटना है जिसमें बादलों के बीच या बादल और जमीन के बीच बिजली का तीव्र डिस्चार्ज होता है। यह घटना आमतौर पर गरज के साथ तूफ़ान के दौरान होती है, जिसमें तेज़ हवाएं, भारी बारिश और ओले गिरते हैं।
वज्रपात किसे कहते हैं?
बिजली का तूफ़ान, जिसे बिजली का तूफ़ान या बिजली का तूफ़ान भी कहा जाता है, एक तूफ़ान है जिसकी विशेषता बिजली की उपस्थिति और पृथ्वी के वायुमंडल पर उसके ध्वनिक प्रभाव से होती है, जिसे गड़गड़ाहट कहा जाता है। अपेक्षाकृत कमज़ोर तूफ़ानों को कभी-कभी थंडरशॉवर कहा जाता है। गरज वाले तूफ़ान क्यूम्यलोनिम्बस बादलों में आते हैं।
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