नई दिल्ली/मुंबई – न्यायपालिका में कर्मचारियों की कमी और बढ़ते काम के दबाव को देखते हुए, बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay Highcourt) के लिए राज्य सरकार ने कुल 2228 नए पदों को मंजूरी दे दी है। ये पद मुंबई, नागपुर और छत्रपति संभाजीनगर पीठों के दैनिक कामकाज के लिए बनाए गए हैं। न्यायालय (Highcourt) में लंबित मामलों की संख्या को कम करने और सुनवाई की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
नए पद और भर्ती प्रक्रिया
राज्य सरकार द्वारा मंजूरी दिए गए सभी पद अस्थायी हैं, जिनका वेतन कोष वित्त विभाग की स्वीकृति के बाद निर्धारित किया जाएगा। इन पदों में विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारी शामिल हैं:
- ए श्रेणी: प्रोथोनोटरी, सहायक, अनुवादक, दुभाषिया, कोर्ट कीपर
- बी श्रेणी: क्लर्क, लाइब्रेरियन, ड्राइवर, माली
- सी और डी श्रेणी: कांस्टेबल, लिफ्ट ड्राइवर, सफाई कर्मचारी, रसोइया
- तकनीकी पद: सॉफ्टवेयर इंजीनियर, हार्डवेयर इंजीनियर
इन पदों का उद्देश्य न्यायालय के प्रशासनिक और तकनीकी कामकाज में तेजी लाना है। साथ ही, न्यायिक कर्मचारियों की कमी से होने वाली देरी को कम करना भी इसका मुख्य उद्देश्य है।
सुनवाई और उच्च न्यायालय का आदेश
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई 27 नवंबर तक स्थगित कर दी है। न्यायमूर्ति अजय गडकरी (Justice Ajay Gadkari) और न्यायमूर्ति रंजीतसिंह राजा भोसले की पीठ ने राज्य सरकार को नए पद सृजित करने का आदेश दिया था। न्यायालय ने कहा कि कर्मचारियों की कमी और बढ़ते कार्यभार के कारण न्यायपालिका की गति प्रभावित हो रही है, जिसे कम करने के लिए तुरंत कदम उठाना आवश्यक है।हाईकोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता बनाए रखी जाए, ताकि पदों पर योग्य उम्मीदवार जल्द से जल्द नियुक्त हो सकें।
प्रभाव और उम्मीदें
इन नए पदों की भर्ती से बॉम्बे हाईकोर्ट के कामकाज में सुधार आने की उम्मीद है। लंबित मामलों की संख्या कम होगी, न्यायिक प्रक्रियाओं की गति बढ़ेगी और न्यायिक निर्णयों में देरी कम होगी।विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च न्यायालय में प्रशासनिक और तकनीकी पदों की संख्या बढ़ने से न केवल अदालत की कार्यक्षमता बढ़ेगी, बल्कि न्याय प्राप्त करने वालों के लिए भी प्रक्रिया सरल और तेज़ होगी। इससे जनता के बीच न्यायालय के प्रति विश्वास और भरोसा भी मजबूत होगा।
भविष्य की तैयारियां
राज्य सरकार ने बताया कि अगले दो महीनों में सभी आवश्यक प्रक्रियाएँ पूरी करने के बाद भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पदों के लिए योग्य और अनुभवी उम्मीदवार ही चयनित हों।इस कदम से न्यायपालिका में तकनीकी और प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है, जिससे बॉम्बे हाईकोर्ट और उसके विभिन्न पीठों का संचालन और अधिक प्रभावी बन सके।
Read More :