फरीदाबाद। सफेदपोश आतंकी डॉ. मुजम्मिल को लेकर (NIA) एक बार फिर अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची। यहां उसे यूनिवर्सिटी परिसर स्थित हॉस्टल में डॉ. शाहीन (Dr Sahin) और उमर के फ्लैट में ले जाया गया। जानकारी के मुताबिक NIA ने मुजम्मिल को सामने बैठाकर स्टाफ के कई सदस्यों से पूछताछ की। यह कार्रवाई लगभग दो घंटे तक चली, जिसके बाद टीम यूनिवर्सिटी से बाहर निकल गई।
पूछताछ का दूसरा दौर
दिल्ली धमाके में शामिल उमर के साथी मुजम्मिल को NIA द्वारा गिरफ्तारी के बाद दूसरी बार यूनिवर्सिटी लाया गया। इसे जांच प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार एजेंसी यूनिवर्सिटी परिसर और धौज गांव में मुजम्मिल के नेटवर्क (Network) की गहन जांच कर रही है।
जांच का अहम चरण—दूसरी बार यूनिवर्सिटी लाई गई NIA टीम
डॉ. मुजम्मिल को NIA ने गिरफ्तार करने के बाद दूसरी बार यूनिवर्सिटी में लाया, जो इस बात का संकेत है कि एजेंसी को यहां कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि NIA यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद उन लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जिनसे मुजम्मिल की मुलाकात होती थी या जिनकी भूमिका संदिग्ध लग रही है। सूत्र बताते हैं कि एजेंसी अभी भी यूनिवर्सिटी और उसके आसपास के इलाकों में मुजम्मिल के नेटवर्क को खंगाल रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसकी गतिविधियों में और कौन लोग शामिल थे।
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तीन गांवों में फैला नेटवर्क, गरीब लोगों से जोड़ता था संपर्क
NIA की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि मुजम्मिल का नेटवर्क यूनिवर्सिटी तक ही सीमित नहीं था। वह धौज, फतेहपुर तगा और सिरोही गांव के जरूरतमंद और साधनहीन लोगों से संपर्क बनाए हुए था।
जानकारी के मुताबिक मुजम्मिल इन लोगों की आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर उन्हें अपने संपर्क में लाता था और कई संवेदनशील गतिविधियों में उनकी मदद लेता था।
किराए के मकान से हथियार व विस्फोटक छिपाने का खुलासा
NIA की जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि धौज गांव की फतेहपुर तगा रोड पर मुजम्मिल ने किराए पर मकान लेकर हथियार और विस्फोटक सामग्री छिपाई थी। एजेंसी को यहां से कुछ महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिनके आधार पर जांच तेज कर दी गई है।
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