“रुपये दोगुना करने” का झांसा देकर ठगे करोड़ों
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बड़े ठगी रैकेट (Racket) का खुलासा हुआ है, जिसमें 200 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई। आरोपियों ने लोगों को रकम दोगुनी करने का लालच देकर उनसे निवेश करवाया और फिर फरार हो गए।
Uttar Pradesh : निवेश के नाम पर एक करोड़ों की ठगी का एक और मामला सामने आया है। छह वर्ष में रुपये दोगुणा करने का लालच देकर कंपनी के संचालकों ने करीब 200 लोगों से करोड़ों रुपये जमा कराएं।
समयावधि पूरी होने पर दफ्तर में ताला बंद कर फरार हो गए। आटो चालक की तहरीर पर कैंट थाने में टाइम सिटी इनफ्रास्ट्रक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड के चेयरमैन समेत 15 लोगों पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज किया है।
गीडा थाना क्षेत्र के पेवनपुर गांव
गीडा थाना क्षेत्र के पेवनपुर गांव में रहने वाले राममिलन मौर्य पेशे से आटो चालक हैं। कैंट थाना पुलिस को दी गई तहरीर में उन्होंने लिखा है कि वर्ष 2010 से टाइम सिटी इनफ्रास्ट्रक्चर एंड हाउसिंग लिमिटेड, रुपेश महेश्वरी एंड कंपनी, मिवान इंडस्ट्रीज आदि कंपनियां बनाकर प्लॉट/भू-खंड विक्रय व अन्य डिपाॅजिट स्कीमों में निवेशकों से रुपये जमा कराने का कार्य करते थे।
इन कंपनियों का मुख्यालय द्वितीय तल जानकीपुरम, लखनऊ में स्थित था। गोरखपुर में इसकी शाखा कबाड़ी मार्केट कालेपुर निकट छात्रसंघ चौराहा में थी। इसका संचालन निदेशक गुलाब चंद्र मौर्य कर रहा था। कंपनी भू-खंड/प्लॉट के क्रय-विक्रय के अलावा फिक्स डिपॉजिट, रेकरिंग डिपॉजिट, डेली डिपॉजिट जैसी स्कीमों पर काम कर रही थी।
कंपनी का संचालन लखनऊ के इंदिरानगर,रविंद्र पल्ली
लखनऊ के इंदिरानगर,रविंद्र पल्ली में रहने वाले चंद्र प्रकाश शुक्ला करते थे।वर्ष 2014 में उसके साथ ही परिचितों को चंद्र प्रकाश शुक्ला ने स्कीम के बारे में समझाया। उन्हें कूटरचित प्रमाण पत्र, आरबीआई का लाइसेंस व जमीन का कागजात दिखाकर झांसे में लिया।
कहा कि कंपनी में जो भी धनराशि जमा होगी उसे छह वर्ष में दोगुना करके वापस कर दिया जाएगा। यदि धनराशि नहीं लेते तो उन्हें पूर्ण विकसित रिहाइश (भू-खंड) की रजिस्ट्री कर दी जाएगी। कुछ ही महीनों में राममिलन खुद एजेंट बन गए और अपने 50 से अधिक परिचितों से निवेश करवा दिया।
कंपनी का दावा था कि तय समय पर या तो रुपये दोगुणा होंगे या भूखंड की रजिस्ट्री मिल जाएगी।तालकंदला क्षेत्र में कंपनी की जमीन होने का दावा किया गया।
राममिलन और उनके परिचितों ने करीब 12 लाख रुपये का निवेश कर दिया
राममिलन और उनके परिचितों ने करीब 12 लाख रुपये का निवेश कर दिया। लेकिन स्कीम की मियाद पूरी होने पर जब धनवापसी की बात आई, तो पता चला कि चंद्रप्रकाश शुक्ला और उसके साथी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित 1/32 विनम खंड की जमीन बेच रहे हैं, जो निवेशकों के पैसे से खरीदी गई थी।
पीड़ित का आरोप है कि कंपनी के खातों से फर्जी वाउचर बनाकर संचालकों ने धनराशि अपने परिवारजनों के खातों में ट्रांसफर कर लिया।कंपनी में 200 से अधिक लोगों ने निवेश किया है।जमा किए गए रुपये वापस मांगने पर आरोपित जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
इस मामले में दीपचंद शुक्ला (चेयरमैन), चंद्रप्रकाश शुक्ला, गुलाब चंद्र मौर्य (निदेशक), तृप्ति तिवारी, अरविंद पांडेय, गुलाम मुर्तुजा, संतोष अग्रहरि, गौरव कन्नौजिया, जितेंद्र तिवारी, विनय, सत्यवती, मिथिलेश, रमेश चंद्र यादव, बृजेश शुक्ला व एक अज्ञात के विरुद्ध कैंट थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।
सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। प्राथमिक जानकारी में पता चला है कि इन पर लखनऊ व बाराबंकी में भी इसी तरह के धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं।जांच में सामने आया है कि गोरखपुर से लेकर लखनऊ तक कंपनी ने एजेंटों के जरिये निवेशकों का जाल फैलाया और अब सभी फरार हो गए।
उत्तर प्रदेश इतना प्रसिद्ध क्यों है?
उत्तर प्रदेश अपने समृद्ध ऐतिहासिक,धार्मिक महत्व, संस्कृति और कला के लिए प्रसिद्ध है। यह ताजमहल जैसे प्रतिष्ठित स्थलों, अयोध्या और वाराणसी जैसे पवित्र शहरों और ऐतिहासिक सांस्कृतिक प्रभावों के मिश्रण का घर है, जिसने इसकी पहचान को आकार दिया है।
यूपी में कितने स्टेट हैं?
उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है और इसकी संस्कृति बहुत विविध है। उत्तर प्रदेश में कुल जिलों (total districts in Uttar Pradesh) की संख्या 75 है।