टोक्यो, जापान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अपनी दो दिवसीय जापान (Japan) यात्रा के दूसरे दिन, 30 अगस्त 2025 को, जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ सेंडाई शहर में तोहोकु शिंकाँसें प्लांट पहुंचे। यह दौरा भारत-जापान के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को मजबूत करने का हिस्सा था, जिसमें मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) परियोजना पर विशेष ध्यान दिया गया। दोनों नेताओं ने ई-10 शिंकansen बुलेट ट्रेन का अवलोकन किया, जिसे 2030 में भारत और जापान में एक साथ शुरू करने की योजना है।
बुलेट ट्रेन परियोजना और भारत-जापान सहयोग
मोदी और इशिबा ने ईस्ट जापान रेलवे कंपनी (JR East) के चेयरमैन से नई E-10 शिंकाँसें ट्रेन के बारे में जानकारी ली। यह ट्रेन 360 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है और इसमें भूकंपरोधी तकनीक, उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम, और भविष्य में ड्राइवरलेस ऑपरेशन की क्षमता शामिल है। भारत में मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (508 किमी) के लिए इस तकनीक का उपयोग होगा, जिसका पहला चरण 2027 तक और पूरा प्रोजेक्ट 2028 तक चालू होने की उम्मीद है
इस दौरे के दौरान दोनों देशों ने E-10 शिंकाँसें को भारत में संयुक्त रूप से निर्मित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह साझेदारी न केवल भारत में हाई-स्पीड रेल नेटवर्क को बढ़ावा देगी, बल्कि मेक इन इंडिया पहल को भी प्रोत्साहित करेगी। मोदी ने कहा, “भारत और जापान की साझेदारी परस्पर विश्वास और साझा मूल्यों पर आधारित है। यह प्रोजेक्ट दोनों देशों के लिए मील का पत्थर साबित होगा।”
भारतीय ट्रेन ड्राइवरों से मुलाकात
सेंडाई में मोदी ने JR East में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय ट्रेन ड्राइवरों से मुलाकात की। ये ड्राइवर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए तैयार किए जा रहे हैं। मोदी ने उनकी मेहनत की सराहना की और कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण है।
अन्य महत्वपूर्ण चर्चाएं
मोदी और इशिबा ने सेंडाई में सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की। जापान ने अगले दशक में भारत में 10 ट्रिलियन येन (लगभग 68 बिलियन डॉलर) के निवेश की घोषणा की, जिसमें सेमीकंडक्टर, पर्यावरण, और चिकित्सा जैसे क्षेत्र शामिल हैं। दोनों नेताओं ने क्वाड (भारत, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया) और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए सहयोग पर भी जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत-जापान संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले गया। बुलेट ट्रेन परियोजना, सेमीकंडक्टर सहयोग, और आर्थिक निवेश जैसे कदम दोनों देशों के बीच तकनीकी और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेंगे।