मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
- राज्य में अगले 24–48 घंटों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
- पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना।
क्रिसमस के बाद बढ़ेगी ठंड
- तापमान में गिरावट की संभावना
- मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार क्रिसमस के बाद सर्दी और बढ़ेगी।
- न्यूनतम तापमान में 2–4 डिग्री की गिरावट दर्ज हो सकती है।
राजस्थान में एक्टिव हुए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से बीकानेर संभाग में शुक्रवार को कहीं-कहीं बहुत हल्के और ऊंचाई के बादल छा सकते हैं।
वहीं, 18 दिसंबर को हल्की बारिश (Rain) की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के अनुसार 25 दिसंबर तक सर्दी सामान्य रह सकती है। क्रिसमस के बाद सर्दी बढ़ने की संभावना है।
राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम (Season) साफ रहा। सभी जिलों में आसमान साफ रहा और धूप रही। इससे कुछ शहरों में गुरुवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ।
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माउंट आबू में सबसे ज्यादा सर्दी
राज्य में गुरुवार को सबसे ठंडी जगह हिल स्टेशन माउंट आबू रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर के पास फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

25 दिसंबर तक हल्की सर्दी का अनुमान
राज्य में अगले दो सप्ताह सर्दी सामान्य रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक 17 दिसंबर तक राज्य में तापमान सामान्य रहेगा और मौसम साफ रहेगा।
18 से 20 दिसंबर के बीच एक पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान में सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से बीकानेर संभाग के एरिया में बादल छा सकते है और कहीं-कहीं बारिश भी देखने को मिल सकती है।
21 से 25 दिसंबर तक राज्य में मौसम साफ रहेगा। उत्तरी राजस्थान के इलाकों में कहीं-कहीं हल्का कोहरा देखने को मिल सकता है। इस बीच तापमान सामान्य के आसपास दर्ज होने की संभावना है।
राजस्थान में वर्षा का क्या कारण है?
राजस्थान के पूर्वी भाग में पश्चिमी भाग की तुलना में काफी अधिक वर्षा होती है तथा राज्य की कुल वार्षिक वर्षा में दक्षिण-पश्चिमी मानसून का योगदान लगभग 91% होता है। पश्चिमी राजस्थान मुख्यतः शुष्क और अर्द्ध-शुष्क परिस्थितियों से युक्त है, जिसमें उत्तर-पश्चिमी भाग सर्वाधिक शुष्क है।
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