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Delhi: महिलाओं और ट्रांसजेंडर को मिलेगा मुफ्त बस यात्रा का तोहफा

Anuj Kumar
Anuj Kumar
Delhi: महिलाओं और ट्रांसजेंडर को मिलेगा मुफ्त बस यात्रा का तोहफा

नई दिल्ली में सरकार ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सार्वजनिक परिवहन को और अधिक सुरक्षित, सुलभ और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है

 नई दिल्ली में सरकार ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सार्वजनिक परिवहन को और अधिक सुरक्षित, सुलभ और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। अब दिल्ली की 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाएं और ट्रांसजेंडर व्यक्ति Delhi Transport Corporation (DTC) और क्लस्टर बसों में ‘Saheli Smart Card’ के जरिए मुफ्त यात्रा कर सकेंगे।

क्या है ‘सहेली स्मार्ट कार्ड’?

‘सहेली स्मार्ट कार्ड’ एक डिजिटल कार्ड होगा, जिसमें कार्डधारक का नाम और फोटो दर्ज होगा। यह कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) के तहत जारी किया जाएगा। अभी तक जो गुलाबी रंग का पेपर टिकट महिलाओं को दिया जाता था, उसकी जगह अब यह स्मार्ट कार्ड लेगा। यह प्रक्रिया बसों में सफर को पेपरलेस और सुरक्षित बनाएगी।

किन बसों में मिलेगा मुफ्त सफर?

यह कार्ड सिर्फ DTC और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा के लिए मान्य होगा। अन्य सार्वजनिक परिवहन सेवाओं जैसे मेट्रो आदि के लिए इस कार्ड में बैलेंस (Top-up) की आवश्यकता होगी।

कार्ड कैसे मिलेगा?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं और ट्रांसजेंडर लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए:

  • DTC के पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करें।
  • पसंद का बैंक चुनें जो कार्ड जारी करेगा।
  • चुने गए बैंक की शाखा में जाकर KYC प्रक्रिया पूरी करें।

किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?

कार्ड पाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • दिल्ली में निवास का प्रमाण
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • और बैंक द्वारा मांगे गए अन्य दस्तावेज

KYC पूरी होने के बाद, बैंक कार्ड को पंजीकृत पते पर भेजेगा। यदि कार्ड खो जाता है तो बैंक को सूचित करने पर डुप्लीकेट कार्ड भी जारी किया जा सकता है।

कार्ड इस्तेमाल से पहले क्या करना होगा?

कार्ड को चालू करने के लिए, इसे DTC के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम (AFCS) से एक्टिवेट कराना जरूरी होगा।

क्या कोई शुल्क लगेगा?

यात्रा पूरी तरह नि:शुल्क होगी, लेकिन कार्ड जारी करने या उसके रख-रखाव के लिए बैंक थोड़ा बहुत शुल्क ले सकते हैं।

सरकार का उद्देश्य

दिल्ली सरकार का कहना है कि यह योजना महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय को डिजिटल सुविधा, आर्थिक राहत, और सुरक्षित यात्रा का अनुभव दिलाने की दिशा में एक नया कदम है। इससे न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि डिजिटल इंडिया की दिशा में भी प्रगति होगी


महिला और ट्रांसजेंडर में क्या अंतर है?

उदाहरण के लिए, एक सिस महिला महिला जननांगों के साथ पैदा होती है और खुद को महिला के रूप में पहचानती है। ट्रांसजेंडर शब्द का इस्तेमाल ऐसे लोगों के लिए किया जाता है जिनकी लिंग पहचान जन्म के समय उन्हें दिए गए लिंग से मेल नहीं खाती।

ट्रांसजेंडर का सही नाम क्या है?

ट्रांसजेंडर (परलैंगिक व्यक्ति) ट्रांसजेंडर शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग किया जाता है जिनकी एक लैंगिक पहचान या अभिव्यक्ति उस लिंग से अलग होती है, जो उन्हें उनके जन्म के समय दी गई होती है। कुछ ट्रांसजेंडर लोग जो लिंग-परिवर्तन के लिए चिकित्सा सहायता लेने की इच्छा रखते हैं। इन्हें ट्रांससेक्सुअल कहा जाता है।

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