विझिंजम पोर्ट: पीएम नरेंद्र मोदी ने केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में 8,900 करोड़ पैसों का लागत से मुस्तैद किए गए विझिंजम इंटरनेशनल डीपवाटर मल्टीपर्पज पोर्ट का प्रतिष्ठापन किया। यह इंडिया का पहला समर्पित हस्तांतरण बंदरगाह है, जो अंतरराष्ट्रीय कारोबार और शिपिंग के प्रदेश में देश को एक नई ऊंचाई तक ले जाने की योग्यता रखता है।
भगवान आदि शंकराचार्य को किया स्मरण
अपने भाषण की आरंभ में पीएम मोदी ने भगवान आदि शंकराचार्य की जयंती का उल्लेख करते हुए कहा कि तीन साल पहले उन्हें उनकी जन्मभूमि पर जाने का सौभाग्य मिला था। उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम परिसर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की गई है और उन्हें केदारनाथ धाम में उनकी दिव्य प्रतिमा के अनावरण का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
शशि थरूर और विपक्ष पर हल्का तंज
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस सांसद शशि थरूर और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर चुटकी लेते हुए कहा:
“मुख्यमंत्री जी, आप INDI गठबंधन के बहुत बड़े पिलर हैं, और शशि थरूर जी भी यहां उपस्थित हैं। यह प्रोग्राम कई लोगों की नींद हराम कर देगा। मैसेज चला गया जहां जाना था।”
इस दौरान उन्होंने शशि थरूर से मंच पर हाथ मिलाया और कुछ देर बात भी की।

अदाणी पोर्ट की तुलना में गुजरात का चर्चा
पीएम मोदी ने मज़ाकिया लहजे में कहा कि जब गुजरात के लोगों को पता चलेगा कि सूम समूह ने केरल में ऐसा अद्भुत पोर्ट बनाया है, जबकि गुजरात में 30 साल से पोर्ट प्रदेश में काम होने के बावजूद ऐसा नहीं हुआ, तो उन्हें क्रोध आ सकता है।
विझिंजम पोर्ट की विशेषताएं
- ट्रांसशिपमेंट के लिए समर्पित इंडिया का पहला पोर्ट
- सेमी-ऑटोमेटेड पोर्ट तकनीक, जो इसे आधुनिक बनाता है
- सिर्फ 10 समुद्री मील की दूरी पर अंतरराष्ट्रीय जहाज मार्ग
- स्वाभाविक रूप से गहरा पानी, बड़े जहाजों के लिए मुनासिब
- जुलाई 2024 से परीक्षण आरंभ, दिसंबर में व्यापारिक प्रमाणन प्राप्त
अब तक 285 जहाज और 5.93 लाख TEUs का संचालन