राजेश खन्ना आशीर्वाद बंगला: बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने अपने व्यवसाय में जो मकाम हासिल किया, वह बहुत कम सितारों को मिला है। लेकिन जितनी रोशनी उनकी सिनेमा ने बिखेरी, उतनी ही रहस्यमयी रही उनकी निजी जिंदगी विशेष रूप से उनका निवास “आशीर्वाद”।
आशीर्वाद बंगला – सपनों का निवास या शापित हवेली?
मुंबई के कार्टर रोड पर स्थित इस हसीन बंगले का इतिहास 1950 के दशक से प्रारंभ होता है। इसे पहले सिनेमा स्टार भारत भूषण ने खरीदा था। प्रारंभ कामयाबी के बाद उनकी मूवी लगातार फ्लॉप होने लगीं और वे आर्थिक संकट में आ गए। विवशता उन्हें बंगला बेचना पड़ा।
राजेंद्र कुमार का दौर और उसका अंत
इसके बाद बंगला राजेंद्र कुमार के हाथों में गया, जिन्होंने इसका नाम अपनी बेटी डिंपल के नाम पर रखा। उन्होंने इस “शापित” निवास को स्वच्छ करने के लिए पूजा भी करवाई। कुछ सालों तक कामयाबी मिली, लेकिन फिर वही कहानी दोहराई गई—सिनेमा फ्लॉप होने लगीं और आर्थिक कष्ट बढ़ गईं।

जब सुपरस्टार राजेश खन्ना बने तीसरे मालिक
1970 के दशक की प्रारंभ में जब राजेश खन्ना 17 हिट मूवी के साथ बॉलीवुड के बेताज बादशाह बन चुके थे, उन्होंने ये बंगला क्रय और इसका नाम आशीर्वाद रखा। यही गृह उनके स्टारडम का गवाह बना।
स्टारडम से पतन तक – बंगले की छाया
लेकिन 1975 के बाद उनके जीवनवृत्ति में गिरावट आने लगी। उनकी भार्या डिंपल कपाड़िया उनसे अलग हो गईं और उन्हें अकेला छोड़ गईं। राजेश खन्ना इसी बंगले में अकेले रहने लगे। आखिरी वक्त तक उन्होंने इसी गृह में जिंदगी बिताई, और यहीं 2012 में उनका इंतकाल हुआ।