सरोगेसी घोटाला मामला, डॉ. विद्युलता के रूप में हुई महिला की पहचान
हैदराबाद। आव्रजन अधिकारियों ने सरोगेसी घोटाले (Surrogacy Scam) में आरोपी एक महिला डॉक्टर को उस समय हिरासत में ले लिया जब उसने सोमवार रात राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (RGIA) पर कथित तौर पर भागने की कोशिश की। हिरासत में ली गई महिला, जिसकी पहचान डॉ. विद्युलता के रूप में हुई है, पर गोपालपुरम पुलिस ने यूनिवर्सल फर्टिलिटी सेंटर में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने एक लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है। हिरासत में ली गई डॉक्टर को जाँच अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है।
इलाज के कारण निकाल दिए थे कुछ लोगों के गर्भाशय
मुख्य संदिग्ध डॉ. नम्रता और पुलिस हिरासत में मौजूद अन्य लोगों – कल्याणी और धनश्री संतोषी – से निम्नलिखित बयान लिए गए। इस घोटाले में नम्रता की मदद करने के आरोप में विदुलता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जाँच में पता चला कि उसके इलाज के कारण कुछ लोगों के गर्भाशय निकाल दिए गए थे। पुलिस विद्युलता की गतिविधियों पर नज़र रख रही है। पता चला कि वह सोमवार को निजी काम से शहर आई थी। शाम को जब वह विशाखापत्तनम लौटने के लिए हवाई अड्डे पर पहुँची, तो आव्रजन अधिकारियों ने उसे हिरासत में ले लिया और गोपालपुरम पुलिस को सूचित किया, जिसने पहुँचकर उसे हिरासत में ले लिया। इस बीच, संदिग्धों की संख्या 16 और गिरफ्तार लोगों की संख्या 12 पहुँच गई है।

हैदराबाद में हवाई अड्डा का नाम क्या है?
राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हैदराबाद का मुख्य हवाई अड्डा है, जो शहर के शमशाबाद क्षेत्र में स्थित है। यह 2008 में शुरू हुआ और इसका संचालन GMR हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड द्वारा किया जाता है। यह एक अत्याधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा है।
हैदराबाद एयरपोर्ट की विशेषता क्या है?
राजीव गांधी एयरपोर्ट अपनी आधुनिक सुविधाओं और तकनीकी उन्नति के लिए प्रसिद्ध है। यह ई-बोर्डिंग, स्वच्छ ऊर्जा, तेज़ चेक-इन, कार्गो सुविधाएं और पर्यावरण के अनुकूल डिज़ाइन जैसी विशेषताओं से लैस है। हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
हैदराबाद में कितने हवाई अड्डे हैं?
शहर में प्रमुख रूप से एक ही वाणिज्यिक हवाई अड्डा संचालित होता है, जिसका नाम राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। इसके अलावा बेगमपेट एयरपोर्ट और हाकिमपेट एयरबेस जैसे सैन्य या प्रशिक्षण से जुड़े गैर-वाणिज्यिक हवाई ठिकाने भी मौजूद हैं।
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