बच्चों को निजी संस्थानों से निकालकर सरकारी स्कूल में दिलाया दाखिला
संगारेड्डी। मनूर मंडल के मुक्तापुर स्थित मंडल परिषद प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने गुरुवार सुबह रास्ता रोको प्रदर्शन किया और सरकार से अपने शिक्षक रमेश (Ramesh) का स्थानांतरण रद्द करने की मांग की। पिछले कुछ वर्षों में, स्कूल में शिक्षण की गुणवत्ता के कारण कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को निजी संस्थानों से निकालकर सरकारी स्कूल में दाखिला दिलाया है। परिणामस्वरूप, छात्रों की संख्या 30 से बढ़कर 75 हो गई है।
भड़क उठीं गहरी भावनात्मक प्रतिक्रियाएँ
जब रमेश को तबादले का आदेश मिला, तो छात्रों और अभिभावकों, दोनों में गहरी भावनात्मक प्रतिक्रियाएँ भड़क उठीं। अभिभावकों ने बताया कि तबादले की खबर सुनकर कुछ बच्चों ने खाना भी छोड़ दिया। गुरुवार को छात्र स्वेच्छा से सड़क पर उतर आए और स्थानांतरण रद्द करने की मांग करते हुए यातायात जाम कर दिया।

जब रमेश पहुँचे और बच्चों को शांत करने की कोशिश की, तो छात्रों का गुस्सा भड़क उठा। बातचीत के दौरान कई अभिभावक रो पड़े। स्थानीय पुलिस (Police) ने अभिभावकों के साथ मिलकर अंततः छात्रों को अपनी कक्षाओं में लौटने के लिए राजी कर लिया।
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है ताकि शिक्षकों के योगदान को सम्मान दिया जा सके। यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर मनाया जाता है।
5 अक्टूबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस (World Teachers’ Day) मनाया जाता है, जो UNESCO द्वारा 1994 में शुरू किया गया था।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षक दिवस क्यों मनाया था?
जब छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने की इच्छा जताई, तो उन्होंने कहा कि मेरा जन्मदिन मनाने की बजाय उसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए, ताकि सभी शिक्षकों को सम्मान मिल सके।
Read More : Hyderabad: मवेशियों पर बड़ी बिल्ली के हमले से ग्रामीण दहशत में