कृष्णा और गोदावरी जल प्रवाह का उपयोग करने में दिया विफलता का हवाला
हैदराबाद। बीआरएस (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कांग्रेस सरकार (Congress Govt.) पर तेलंगाना को ग्रामीण और शहरी, दोनों इलाकों में भीषण जल संकट की ओर धकेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गोदावरी और कृष्णा नदियों से पानी उठाए बिना, कांग्रेस सरकार लोगों को पीने और सिंचाई के पानी के लिए परेशान कर रही है। रामा राव ने एक्स से बात करते हुए कहा कि कृष्णा और गोदावरी नदियों में भारी जल प्रवाह के बावजूद, राज्य सरकार अपनी घोर लापरवाही के कारण एक भी बूँद पानी का उपयोग करने में विफल रही है।
जलाशय और बोरवेल सूख रहे हैं, खेत वीरान पड़े हैं
उन्होंने कहा कि जलाशय और बोरवेल सूख रहे हैं, खेत वीरान पड़े हैं, और यहाँ तक कि सरकार पीने के पानी की ज़रूरतों को भी नज़रअंदाज़ कर रही है। उन्होंने कहा, ‘गाँवों में सिंचाई के लिए पानी नहीं है और शहरों में पीने का पानी नहीं है।’ बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने पलामुरु-रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई योजना को छोड़ने और बिना किसी योजना के कालेश्वरम परियोजना के द्वार खोलने के लिए रेवंत रेड्डी सरकार की आलोचना की।
रोज़ाना 8,000 टैंकरों की पड़ रही ज़रूरत
बिगड़ते हालात का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अकेले हैदराबाद में ही पीने के पानी की ज़रूरत पूरी करने के लिए रोज़ाना 8,000 टैंकरों की ज़रूरत पड़ रही है, और कई इलाकों में तो दो दिन तक इंतज़ार करना पड़ रहा है। कांग्रेस शासन को तेलंगाना की जनता के लिए अभिशाप बताते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा संकट न सिर्फ़ प्रशासनिक विफलता, बल्कि ख़तरनाक उपेक्षा को भी दर्शाता है।

केटीआर की शुरुआत किसने की?
KTR यानी के. टी. रामाराव की राजनीतिक शुरुआत उनके पिता के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने की, जो BRS के संस्थापक हैं। केटीआर ने 2009 में राजनीति में प्रवेश किया और तेलंगाना आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
आंध्र प्रदेश में केटीआर कौन है?
केटीआर यानी के. टी. रामाराव, आंध्र प्रदेश में नहीं बल्कि तेलंगाना राज्य के प्रमुख नेता हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पुत्र हैं और तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब BRS) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रह चुके हैं।
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