लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की पुण्यतिथि पर शनिवार को लोकभवन स्थित अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सीएम योगी ने उनकी स्मृतियों को नमन किया। इसके साथ ही सीएम योगी ने स्वाधीनता संग्राम सेनानी, महान वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी (Rani Avantibai Lodhi) की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।
अटल जी का राजनीतिक जीवन भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाला रहा
मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि श्रद्धेय अटल जी का छह दशक लंबा राजनीतिक जीवन भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाला रहा। उन्होंने भारत के जीवन मूल्यों और आदर्शों को सर्वोपरि रखते हुए यह दिखाया कि देश के भीतर विकास का मॉडल कैसा होना चाहिए और वैश्विक मंच पर भारत और भारतीयता की प्रतिष्ठा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, अटल जी ने सदैव इन मूल्यों का ध्यान रखा और अपने प्रभावी नेतृत्व से उन्हें साकार रूप दिया। उत्तर प्रदेश के लिए यह सौभाग्य का विषय है कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने यहीं से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।
वर्ष 1957 में बलरामपुर संसदीय सीट से पहली बार सांसद बने। इसके बाद लखनऊ का यह विशेष सौभाग्य रहा कि अटल जी पांच बार लगातार लखनऊ संसदीय सीट से चुने गए और प्रधानमंत्री के रूप में देश की संसद में पहुंचे। कुल 10 बार वे लोकसभा सदस्य और दो बार राज्यसभा सदस्य रहे। अटल जी का स्मरण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा है बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी मार्गदर्शन है। उनकी पुण्यतिथि पर प्रदेशवासियों ने उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर पीएसी बटालियन की गई स्थापित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीरांगना अवंतीबाई लोधी की 195वीं जयंती पर उन्हें नमन करते हुए अनेक योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। वीरांगना अवंती बाई लोधी ने भारत की स्वाधीनता के लिए तानाशाही पूर्ण शासन के खिलाफ बड़ा संघर्ष किया और मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया। उनका यह अदम्य साहस और बलिदान हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है। डबल इंजन की सरकार ने उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करते हुए बदायूं में पीएसी की एक नई बटालियन की स्थापना की है, जिसे वीरांगना अवंती बाई लोधी के नाम से समर्पित किया गया है। यह बटालियन प्रदेश की बेटियों को समर्पित है।

इसके साथ ही वहां उनकी प्रतिमा की स्थापना का कार्यक्रम भी आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार ने मातृशक्ति के प्रति सम्मान दिखाते हुए कई कदम उठाए हैं। झांसी में रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, जबकि बांदा में महारानी दुर्गावती के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नामकरण किया गया। प्रदेश में तीन नई बटालियन लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी, गोरखपुर में वीरांगना झलकारीबाई और बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर स्थापित की।
पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत पद बेटियों के लिए किये गये आरक्षित
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की स्मृतियों को बनाए रखने के लिए प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के लिए 7 श्रमजीवी छात्रावासों के निर्माण का कार्यक्रम भी चल रहा है। ये छात्रावास महिलाओं को सुरक्षित आश्रय और रोजगार में आगे बढ़ने की प्रेरणा देंगे। पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश पुलिस में 2,19,000 से अधिक भर्ती हुई है, जिसमें 20 प्रतिशत पद बेटियों के लिए आरक्षित रखे गए। आज बड़ी संख्या में प्रदेश की बेटियां मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही हैं। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जन्मशताब्दी महोत्सव पर भी डबल इंजन सरकार ने अनेक रचनात्मक कार्यक्रम आगे बढ़ाए हैं।
इस अवसर पर वीरांगना अवंती बाई लोधी को नमन करते हुए कहा गया कि भारत माता की ऐसी महान वीरांगना का बलिदान और संघर्ष हमेशा प्रेरणा देता रहेगा और उनके चरणों में पूरी श्रद्धा के साथ नमन समर्पित है। इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पटेल, मेयर सुषमा खर्कवाल आदि उपस्थित थे।
अटल बिहारी वाजपेयी कितनी बार प्रधानमंत्री बने थे?
पहली बार – मात्र 13 दिन के लिए:
→ 16 मई 1996 से 1 जून 1996
→ उनकी सरकार को संसद में बहुमत नहीं मिला, इसलिए इस्तीफा देना पड़ा।
दूसरी बार – 13 महीने के लिए:
→ 19 मार्च 1998 से 17 अप्रैल 1999
→ AIADMK के समर्थन वापस लेने के कारण सरकार गिर गई।
तीसरी बार – पूर्ण कार्यकाल (5 साल):
→ 13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004
→ यह कार्यकाल उन्होंने सफलता से पूरा किया।
अटल बिहारी वाजपेयी की कहानी क्या है?
जन्म: 25 दिसंबर 1924 – ग्वालियर, मध्य प्रदेश
शिक्षा: राजनीति शास्त्र और हिंदी में स्नातकोत्तर
राजनीतिक जीवन:
→ जनसंघ से राजनीति की शुरुआत
→ आपातकाल (1975-77) के खिलाफ संघर्ष किया
बीजेपी का पहला प्रधानमंत्री कौन था?
अटल बिहारी वाजपेयी ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पहले प्रधानमंत्री थे।
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