महू (Mhow) के पास इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर चोरल में निर्माणाधीन सुरंग (Tunnel) का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया। मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई।
हादसा बुधवार सुबह करीब 4 बजे हुआ। पुलिस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। उन्होंने प्राथमिक तौर पर इसकी वजह बारिश को बताया गया है।
झारखंड निवासी विकास राय (29) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, सिंगरौली निवासी लालजी कौल (26) ने इंदौर के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
हैदराबाद की कंपनी बना रही टनल
एक छोर पर देर रात से काम कर रहे थे मजदूर
महू एसडीएम राकेश परमार समेत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि टनल के एक छोर पर देर रात से मजदूर काम कर रहे थे।
घटना के बाद टनल का मलबा हटाने के लिए दो पोकलेन मशीन को काम पर लगाया गया है। मलबे को डंपर में भरकर ले जाया जा रहा है। सिमरोल थाना प्रभारी अमित कुमार के मुताबिक, हादसा इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर चोरल इलाके में टनल नंबर 3 में हुआ। इसका काम हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। बुधवार तड़के टनल का करीब 18 मीटर ऊंचा और 16 मीटर चौड़ा हिस्सा नीचे गिर पड़ा।
सुरंग ढहने से जान गंवाने वाला विकास राय झारखंड में गिरिडीह जिले के झोंका वर्मासिया का रहने वाला था। शव पोस्टमॉर्टम के लिए इंदौर के जिला अस्पताल भेजा गया है।
वहीं, लालजी कौल को गंभीर रूप से घायल होने के बाद इंदौर में तेजाजी नगर के जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां से एमवाय अस्पताल रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
एक छोर पर देर रात से काम कर रहे थे मजदूर
महू एसडीएम राकेश परमार समेत नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी सुबह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि टनल के एक छोर पर देर रात से मजदूर काम कर रहे थे।
घटना के बाद टनल का मलबा हटाने के लिए दो पोकलेन मशीन को काम पर लगाया गया है। मलबे को डंपर में भरकर ले जाया जा रहा है।
दो सुरंगें बन रही, मोड़ की संख्या घटेगी
इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर चोरल नदी के पास दो सुरंगें बनाई जा रही हैं। सुरंगें बनने और हाईवे के निर्माण पूरा होने के बाद खंडवा से इंदौर जाने में लगभग ढाई घंटे समय की बचत होगी। अभी इंदौर से खंडवा जाने में साढ़े चार से पांच घंटे तक लग जाते हैं।
पहली सुरंग 500 और दूसरी 300 मीटर लंबी होगी। इनसे हाईवे पर मोड़ की संख्या घटेगी, जिससे हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।