रेल मंत्रालय की ऐतिहासिक पहल
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। रेल मंत्रालय ने देशभर के 74,000 यात्री डिब्बों और 15,000 इंजनों में हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने की योजना को मंजूरी दी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने 12 जुलाई को नई दिल्ली में हुई उच्च-स्तरीय बैठक में इस परियोजना को हरी झंडी दिखाई। यह कदम रेलवे के आधुनिकीकरण और सुरक्षा मानकों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
अपराधों पर लगाम, सुरक्षा में इजाफा
इस पहल का उद्देश्य ट्रेनों में चोरी, छेड़छाड़, लूट और अन्य अपराधों को रोकना है। प्रत्येक यात्री डिब्बे में चार डोम-टाइप सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो दोनों प्रवेश द्वारों पर दो-दो की संख्या में होंगे। इंजनों में छह कैमरे होंगे, जो सामने, पीछे और दोनों तरफ निगरानी करेंगे। इंजन के केबिन में एक डोम कैमरा और दो माइक्रोफोन भी होंगे। ये कैमरे 100 किमी/घंटा से अधिक गति और कम रोशनी में भी स्पष्ट फुटेज प्रदान करेंगे, जिससे हर स्थिति में निगरानी सुनिश्चित होगी।
यात्री गोपनीयता का पूरा ध्यान
रेल मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि यात्रियों की निजता का ख्याल रखा जाएगा। कैमरे केवल डिब्बों के प्रवेश द्वारों और सार्वजनिक क्षेत्रों में लगाए जाएंगे। हाल की घटनाओं, जैसे पानीपत में ट्रेन में हुई महिला के साथ दुर्व्यवहार की घटना, ने इस योजना की जरूरत को और उजागर किया। उत्तर रेलवे में सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद इसे पूरे देश में लागू किया जा रहा है।
एआई से होगी स्मार्ट निगरानी
रेल मंत्री ने इंडिया एआई मिशन के तहत सीसीटीवी डेटा का विश्लेषण करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। यह तकनीक संदिग्ध गतिविधियों और अपराधियों की त्वरित पहचान में मदद करेगी। एसटीक्यूसी-प्रमाणित कैमरे डेटा सुरक्षा और उच्च गुणवत्ता की गारंटी देंगे।
यात्रियों में उत्साह, अपराधियों में हड़कंप
यह कदम खासकर महिलाओं और बुजुर्ग यात्रियों के लिए राहत भरा है। सोशल मीडिया पर लोग इसे रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम बता रहे हैं। यह योजना रेलवे की यात्रियों के प्रति जवाबदेही और विश्वास को और मजबूत करेगी।