देवघर में आज मंगलवार की अगले सुबह एक भीषण सड़क हादसे (Road Accident) में 5 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गयी. जमुनिया के पास कांवरियों से भरी बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हुई है. दर्जनों की हालत गंभीर बतायी जा रही है.
देवघर: देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड स्थित जमुनिया के पास आज मंगलवार की अहले सुबह कांवरियों से भरी बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हो गयी. इस हादसे में 5 श्रद्धालुओं की मौत की सूचना है. वहीं एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल है. घटना की सूचना पाकर पुलिस और एनडीआरएफ (NDRF) की टीम मौके पर पहुंची है. सभी मृतकों और घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.
बस और ट्रक के बीच टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के परखच्चे उड़ गये हैं. हालांकि बस में सवार कुछ श्रद्धालु पूरी तरह से सुरक्षित हैं. वहीं कुछ लोगों को मामूली चोटें आयी है. कांवरियों से भरी बस की टक्कर गैस सिलेंडर से लदे ट्रक से हुई है.
मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका
दुमका जोन को इंस्पेक्टर जनरल शैलेंद्र कुमार ने बताया कि हादसे में पांच कांवड़ियों की मौत हुई है और कई घायल हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि हादसे में मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि हादसे में घायल कई लोगों की हालत गंभीर है। जिला प्रशासन ने नजदीकी सरकारी और अस्पतालों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) एसपी लक्ष्मण प्रसाद ने दावा किया है कि मृतकों का आंकड़ा पांच से भी ज्यादा है। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
देवघर कब बना था?
देवघर झारखंड राज्य के संथाल परगना प्रमंडल में देवघर जिले का मुख्य शहर है। यह झारखंड का 5वां सबसे बड़ा शहर है। देवघर पहले दुमका जिले का हिस्सा था। इस जिले का गठन 1 जून 1983 को तत्कालीन दुमका जिले के देवघर उप-मंडल को अलग करके किया गया था।
देवघर का इतिहास क्या है?
देवघर, जिसे बाबाधाम के नाम से भी जाना जाता है, झारखंड राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर और प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहाँ भगवान शिव का प्रसिद्ध बैद्यनाथ मंदिर स्थित है, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हर साल सावन के महीने में यहां लाखों श्रद्धालु “बोल बम” का जयकारा लगाते हुए बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने आते हैं।
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