हैदराबाद: तेलंगाना राज्य के पुलिस महानिदेशक डॉ. जितेंद्र ने घोषणा की है कि राज्य में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही पर्यटक पुलिस (Tourist police) तैनात की जाएगी। तेलंगाना पर्यटन विभाग और पुलिस विभाग के बीच बुधवार को डीजीपी कार्यालय में एक समन्वय बैठक (Coordination Meeting) आयोजित की गई।
पहले चरण में पर्यटन विभाग को 80 पुलिसकर्मी आवंटित होंगे
बैठक में पर्यटन विभाग के विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन, कानून एवं व्यवस्था के अतिरिक्त डीजीपी महेश एम. भागवत, पर्यटन विभाग की एमडी श्रीमती वी. क्रांति, फिल्म विकास निगम की एमडी श्रीमती सीएच. प्रियंका और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए, डीजीपी ने कहा कि पहले चरण में पर्यटन विभाग को 80 पुलिसकर्मी आवंटित किए जाएँगे।
विश्व पर्यटन दिवस तक एक व्यापक पर्यटक पुलिस प्रणाली लागू कर दी जाएगी
उन्होंने कहा कि 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस तक एक व्यापक पर्यटक पुलिस प्रणाली लागू कर दी जाएगी। पर्यटक पुलिस इकाइयाँ अनंतगिरि, सोमशिला, रामप्पा, यादगिरिगुट्टा, पोचमपल्ली, नागार्जुनसागर, बुद्धवनम, भद्राचलम, अमराबाद और अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर कार्यरत होंगी। डीजीपी ने आश्वासन दिया कि पुलिस विभाग तेलंगाना में पर्यटन को बढ़ावा देने और सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा।
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जाएँगी : जयेश रंजन
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पर्यटन विभाग शूटिंग परमिट जारी करने और विशेष कार्यक्रमों के आयोजन के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएँ तैयार करे। उन्होंने कहा कि इससे पुलिस समय पर और प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था प्रदान करने में सक्षम होगी। फिल्म निर्माताओं और कार्यक्रम आयोजकों को पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को पहले से सूचित करने की सलाह दी गई।
विशेष मुख्य सचिव जयेश रंजन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की जाएँगी। उन्होंने आध्यात्मिक, चिकित्सा और मनोरंजक स्थलों पर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्यटक पुलिस की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों पर्यटक आकर्षित हों।
पर्यटन पुलिस क्या है?
पर्यटन पुलिस एक ऐसी पुलिस टीम है जिसे खास तौर पर पर्यटन स्थलों पर तैनात किया जाता है।
पर्यटक पुलिस की क्या भूमिका है?
पर्यटकों को किसी भी तरह के अपराध (जैसे जेबकट, धोखाधड़ी, छेड़छाड़) से बचाना।
खासकर विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
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