₹1.11 लाख के पार पहुंचा सोना
नई दिल्ली: आज, सोमवार 22 सितंबर को, सोने और चांदी(Gold Silver) की कीमतों ने इतिहास रच दिया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोना ₹1,392 की बढ़ोतरी के साथ ₹1,11,167 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुँच गया है। इसी तरह, चांदी भी ₹4,170 की जबरदस्त छलांग लगाकर ₹1,32,170 प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रही है। यह साल सोने और चांदी(Gold Silver) के लिए काफी अच्छा साबित हुआ है। 31 दिसंबर 2024 से अब तक सोना ₹35,005 और चांदी ₹46,153 महंगी हो चुकी है। इस तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण जिम्मेदार हैं, जिनमें राजनीतिक अनिश्चितता, केंद्रीय बैंकों(Central Banks) द्वारा बड़े पैमाने पर खरीदारी और बढ़ती महंगाई शामिल है।
सोने की कीमतों में तेजी के प्रमुख कारण
सोने की कीमतों में इस भारी उछाल के पीछे कई वैश्विक और आर्थिक कारण हैं।सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक वैश्विक अनिश्चितता है। अमेरिका के टैरिफ प्लान और व्यापार युद्ध के डर ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश की तलाश में सोने की ओर मोड़ दिया है। इसके अलावा, केंद्रीय बैंक, विशेष रूप से चीन और रूस जैसे देशों के, बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, जिससे सोने(Gold Silver) की मांग और भी बढ़ गई है। रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी भू-राजनीतिक अस्थिरता भी निवेशकों को सोने में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रही है। उच्च मुद्रास्फीति (महंगाई) और फेडरल रिजर्व की कम ब्याज दरें सोने को एक आकर्षक निवेश बना रही हैं। भारत में, डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट भी सोने की कीमतों को बढ़ा रही है।
भविष्य का अनुमान और खरीदने के सुझाव
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में यह तेजी जारी रहेगी। अमेरिका के टैरिफ के कारण भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने से सोने की मांग को और बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में, विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल के अंत तक सोना ₹1 लाख 15 हजार और चांदी ₹1 लाख 40 हजार प्रति किलोग्राम तक पहुँच सकती है।सोना खरीदते समय, आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। हमेशा बीआईएस (BIS) हॉलमार्क वाला प्रमाणित सोना ही खरीदें। नए नियम के तहत, छह अंकों के अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन (HUID) नंबर के बिना सोना(Gold Silver) नहीं बेचा जा सकता है। यह सुनिश्चित करता है कि आप सोने की शुद्धता की सही जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा, खरीदने से पहले सोने की कीमत को विभिन्न स्रोतों से क्रॉस-चेक करना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने की कीमत अलग-अलग होती है।
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि के पीछे क्या मुख्य कारण हैं?
इसकी कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि के मुख्य कारणों में वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितता, चीन और रूस जैसे देशों द्वारा सोने की भारी खरीद, भू-राजनीतिक तनाव, बढ़ती महंगाई और डॉलर के मुकाबले रुपए का कमजोर होना शामिल है।
सोना खरीदते समय किन दो महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए?
इसकी(Gold Silver) खरीदते समय, आपको हमेशा बीआईएस हॉलमार्क वाला प्रमाणित सोना ही खरीदना चाहिए, जिसमें छह अंकों का एचयूआईडी नंबर हो। दूसरा, खरीदने से पहले उस दिन की कीमत को विभिन्न स्रोतों (जैसे IBJA की वेबसाइट) से क्रॉस-चेक करना चाहिए ताकि आपको सही कीमत का पता चले।
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