नई दिल्ली,। बिहार के बाद पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की तैयारी तेज हो गई है। चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि 1 नवंबर से राज्य में एसआईआर शुरू किया जाएगा।
जिला अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया
सभी जिला चुनाव अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) ने सभी जिलाधिकारियों और निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को पत्र भेजकर कहा कि एसआईआर (SIR) से जुड़े सभी लंबित कार्य शीघ्र निपटाए जाएं।
आयोग कार्यालय सातों दिन 24 घंटे खुलेगा
चुनाव आयोग ने निर्णय लिया कि मुख्य निर्वाचन कार्यालय सप्ताह के सातों दिन, 24 घंटे खुला रहेगा।
एसआईआर में तैनात कर्मचारियों को हर समय कार्यालय में उपलब्ध रहने का आदेश दिया गया है ताकि मतदाता सूची से संबंधित कार्यों में देरी न हो।
हर जिले में विशेष हेल्प डेस्क स्थापित
निर्देशों के तहत हर जिला चुनाव अधिकारी को एसआईआर से जुड़ी शिकायतों और प्रश्नों के समाधान के लिए एक विशेष हेल्प डेस्क स्थापित करनी होगी। एसआईआर की औपचारिक घोषणा के अगले दिन सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें राजनीतिक दलों के सुझाव लिए जाएंगे और रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी।
पांच राज्यों में तैयारी की समीक्षा
गुरुवार को निर्वाचन आयोग के शीर्ष अधिकारियों ने असम, केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों से बातचीत की। आयोग ने मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए।
बूथवार सत्यापन और पंजीकरण की प्रक्रिया तेज
पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची अद्यतन कार्य, बूथवार सत्यापन, नए मतदाताओं का पंजीकरण और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया तेज की जाएगी।
चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची पूरी तरह अद्यतन और त्रुटिरहित हो, ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से संपन्न हो सके।
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