पवन कल्याण के बयान पर विवाद, मंत्री कोमटिरेड्डी की कड़ी चेतावनी
हैदराबाद। तेलंगाना के सिनेमैटोग्राफी मंत्री कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी (Minister for Cinematography Komatireddy Venkat Reddy) ने पवन कल्याण के हालिया बयान को “आपत्तिजनक” बताते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी और चेतावनी दी कि वह तेलंगाना की जनता से बिना शर्त माफी मांगें, अन्यथा उनकी फिल्मों की रिलीज़ पर रोक लगाई जाएगी। पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने कहा था कि तेलंगाना राज्य बनने से कोनसीमा के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे लोगों में नाराज़गी बढ़ गई।
मंत्री ने कहा कि संयुक्त आंध्र प्रदेश के दौरान तेलंगाना को उपेक्षा का सामना करना पड़ा, जबकि अन्य क्षेत्रों का विकास हैदराबाद के राजस्व से हुआ। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान राज्य गठन के 11 साल बाद भी लोगों की भावनाओं को आहत करते हैं।
संयुक्त आंध्र प्रदेश के विकास मॉडल पर कोमटिरेड्डी की टिप्पणी
कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पवन कल्याण का बयान ऐतिहासिक तथ्यों के विपरीत है और तेलंगाना के संघर्ष को कमतर दिखाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विजयवाड़ा, विशाखापट्टनम और तिरुपति जैसे शहरों का विकास हैदराबाद से होने वाली आय पर आधारित था, जबकि तेलंगाना के लोगों को पानी, फंड और नौकरियों की कमी से जूझना पड़ा।
उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना के लोगों ने दशकों तक फ्लोराइड युक्त पानी पीकर कठिनाइयों का सामना किया। मंत्री ने इसे तेलंगाना के सम्मान और संवेदनशीलता से जुड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि राज्य की उपेक्षा को नजरअंदाज करने वाली टिप्पणियाँ अस्वीकार्य हैं।
माफी की मांग और फिल्मों की रिलीज़ पर सख्त रुख
मंत्री कोमटिरेड्डी ने स्पष्ट कहा कि पवन कल्याण जब तक तेलंगाना की जनता से माफी नहीं मांगते, तब तक उनकी कोई फिल्म राज्य में रिलीज़ नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर माफी दी जाती है तो निज़ाम क्षेत्र में सीमित रूप से रिलीज़ की अनुमति दी जा सकती है। इस मामले में जदचेरला के विधायक जे. अनिरुद्ध रेड्डी ने भी पवन कल्याण के बयान की आलोचना की, जबकि खुद वह उनके प्रशंसक हैं।
उन्होंने कहा कि पवन कल्याण को अपनी टिप्पणी वापस लेनी चाहिए क्योंकि इस बयान ने तेलंगाना के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। मामला सांस्कृतिक सम्मान, क्षेत्रीय पहचान और राजनीतिक संवेदनशीलता का गंभीर विषय बन गया है।
पवन कल्याण के बेटे को क्या हुआ?
सुपरस्टार पवन कल्याण के दो बेटे हैं—अखिरा नंदन (रेनू देसाई से) और मार्क शंकर पवनोविच (अन्ना लेझनेवा से)। दोनों सुरक्षित और सामान्य जीवन जी रहे हैं। किसी गंभीर बीमारी या घटना की सार्वजनिक, विश्वसनीय जानकारी नहीं है। सोशल मीडिया पर कई अफवाहें फैलाई जाती हैं, परंतु आधिकारिक रूप से कुछ पुष्टि नहीं।
रेनू देसाई और पवन कल्याण के बीच क्या हुआ?
पवन कल्याण और रेनू देसाई ने 2009 में शादी की और बाद में आपसी मतभेदों के कारण 2012 में अलग हो गए। दोनों ने अपने बच्चों—अध्या और अखिरा—की जिम्मेदारी मिलकर निभाने की बात कही है। समय-समय पर सोशल मीडिया पर गलत अटकलें लगती हैं, पर दोनों एक-दूसरे के प्रति सम्मान दिखाते हैं।
चिरंजीवी और पवन कल्याण का क्या रिश्ता है?
पवन कल्याण के बड़े भाई चिरंजीवी हैं और दोनों साउथ फिल्म इंडस्ट्री तथा राजनीति में सक्रिय हैं। चिरंजीवी मेगास्टार के रूप में प्रसिद्ध हैं, जबकि पवन कल्याण जन सेना पार्टी के प्रमुख हैं। दोनों ने कई मौकों पर एक-दूसरे का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया है और परिवारिक रिश्ता मजबूत बताया है।
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