बरखा बिष्ट पिछले 21 सालों से टीवी इंडस्ट्री में काम कर रही हैं। उन्होंने अपने व्यवसाय की शुरुआत ‘कितनी प्रसन्न है जिंदगी’ से की थी। एक्ट्रेस बनने के लिए उन्होंने अपना निवास तक छोड़ दिया था। हाल ही में उन्होंने अपनी अभिनय जर्नी के बारे में खुलकर बात की और बताया कि कैसे उनके व्यवसाय की शुरुआत से ही कई उतार-चढ़ाव आए।
बरखा ने अपने आरंभिक दिनों को स्मरण करते हुए बताया कि 23 साल की उम्र में एकता कपूर ने उन पर केस कर दिया था। उन्होंने अपने करियर के तनावपूर्ण दिनों का वर्णन करते हुए बताया कि यह सफर उनके लिए हल्का नहीं था।
बालाजी टेलीमूवी छोड़ने पर केस का सामना
बरखा ने सिद्धार्थ कनन के साथ वार्तालाप में खुलासा किया कि बालाजी टेलीमूवी का शो छोड़ने पर एकता कपूर ने उन पर मुकदमा कर दिया था। हालांकि, उन्होंने बिना ख़ानदान को बताए अकेले ही इस केस को लड़ा। उनका कहना था कि वह अपने पिता को साबित करना चाहती थीं कि वह अपने निर्णय खुद ले सकती हैं।
केस के दौरान करियर और कोर्ट का संतुलन
बरखा ने कहा, “मैंने घर पर किसी को नहीं सूचित किया था। मैंने खुद एक वकील मुकर्रर किया और केस लड़ा। एकता के पास तब भी और आज भी किसी का करियर बनाने या खत्म करने की शक्ति है। केस करीब एक वर्ष तक चला, लेकिन मैंने अपने नए शो की शूटिंग भी जारी रखी और कोर्ट की विचार में भी जाती थी।
खुद को साबित करने का जज्बा और करियर सफर
बरखा बिष्ट ने बताया कि मुंबई आने के बाद उन्होंने ठान लिया था कि जो भी करेंगी, अपने दम पर करेंगी। अगर एकता कपूर चाहतीं, तो उनका करियर खत्म हो सकता था, लेकिन किसी दैवीय शक्ति की वजह से ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने अपने संघर्षों का सामना किया और आगे बढ़ती रहीं। बरखा को आखिरी बार ‘पावर ऑफ पांच’ में देखा गया, जहां उन्होंने रीवा अरोड़ा, जयवीर जुनेजा, आदित्य अरोड़ा, अनुभा अरोड़ा, बियांका अरोड़ा, यश सहगल और उर्वशी ढोलकिया के साथ स्क्रीन साझा की।