18 जुलाई को गच्चीबौली स्थित ड्रॉप आउट स्टार्टअप सेंटर में एआई उत्सव
हैदराबाद। हैदराबाद विश्वविद्यालय (Central Universities) में 17 जुलाई से तीन दिवसीय कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उत्सव शुरू होगा। उत्सव का दूसरा दिन 18 जुलाई को गच्चीबौली स्थित ड्रॉप आउट स्टार्टअप सेंटर में और तीसरा दिन 19 जुलाई को मेडचल स्थित सीएमआर इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ व्याख्यान देंगे, जिनमें डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सतीश रेड्डी, सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक जे.डी. लक्ष्मीनारायण, फ्यूचर (Future) के एमडी श्री डेरिक ज़ोन और भारतीय महिला टीम की क्रिकेटर सुश्री अनुषा रेड्डी शामिल हैं।
एआई तकनीक सभी क्षेत्रों में कैसे उपयोगी हो सकती है?
भारत उत्सव के अध्यक्ष डॉ. सीवी महेश कुमार ने बताया कि भारत में तेज़ी से विकसित हो रही कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हैदराबाद में तीन दिनों तक कृत्रिम बुद्धिमत्ता भारत उत्सव आयोजित किया जाएगा। कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक आधुनिक भारत की जीवन रेखा है और भविष्य में इसका विस्तार सभी क्षेत्रों में होगा। ये उत्सव जल्द ही कर्नूल, तिरुपति और विशाखापत्तनम में आयोजित किए जाएँगे और दुबई में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किए जाएँगे। पेंटाग्राम के अध्यक्ष और वैज्ञानिक डॉ. ई. जी. राजन ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य यह समझना है कि एआई तकनीक सभी क्षेत्रों में कैसे उपयोगी हो सकती है।
युवाओं को किया जाएगा जागरूक
उपाध्यक्ष सिरीशा इंतुरू ने कहा कि सफल ऑपरेशन सिंदूर, आई स्टैंड फॉर वॉरियर्स संगठन के साथ मिलकर एक विशेष अभियान चला रहा है। 15 अगस्त को दोपहर 12 बजे, एआई बैठकों में युवाओं को जोश के नाम पर राष्ट्रगान बनाने के उद्देश्य से जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर प्रेस क्लब में एआई भारत उत्सव के लोगो और जोश पोस्टर का अनावरण किया गया।

एआई का मतलब क्या होता है?
AI का मतलब “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” होता है। यह एक तकनीक है जिसके जरिए मशीनें इंसानों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने में सक्षम होती हैं। इसका उपयोग रोबोटिक्स, डेटा एनालिसिस, चैटबॉट्स आदि में किया जाता है।
AI के पिता कौन थे?
एआई के पिता जॉन मैकार्थी (John McCarthy) माने जाते हैं। उन्होंने 1956 में “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” शब्द गढ़ा और इसी वर्ष पहली AI कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिससे इस क्षेत्र की शुरुआत हुई। उन्होंने AI के विकास में कई अहम योगदान दिए।
AI का पूरा नाम क्या है?
एआई का पूरा नाम “Artificial Intelligence” है, जिसका हिंदी में अर्थ होता है “कृत्रिम बुद्धिमत्ता”। यह तकनीक मशीनों को सोचने और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे वे इंसानों की तरह कार्य कर सकें। यह आधुनिक तकनीकी दुनिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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