बस दुर्घटना पर PM मोदी ने जताया शोक
सऊदी अरब में सोमवार को एक सड़क हादसे में 42 भारतीयों की मौत हो गई. यह हादसा मक्का से मदीना जाते समय हुआ. जब बस एक डीजल टैंक (Diesel Tank) से टकरा गई, इस टक्कर के तुरंत बाद बस में आग लग गई. मरने वालों में 20 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल हैं. इस हादसे पर पीएम मोदी ने भी दुख जाहिर किया है. हादसे में हैदराबाद के रहने वाले एक ही परिवार के 7 लोग भी मारे गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Modi) ने सऊदी बस दुर्घटना पर दुख जताया है. एक सोशल मीडिया पोस्ट में मोदी ने कहा कि रियाद में वाणिज्य दूतावास हर संभव मदद दे रहे हैं. आगे लिखा ‘मदीना में भारतीय नागरिकों के साथ हुई दुर्घटना से मुझे गहरा दुख हुआ है. मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. हमारे अधिकारी सऊदी अरब के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।’
बस हादसे के बाद भारतीय दूतावास की तरफ से हेल्पलाइन जारी किया गया है. दूतावास ने कहा , “सऊदी अरब के मदीना के निकट भारतीय उमरा तीर्थयात्रियों के साथ हुई दुखद बस दुर्घटना को देखते हुए , जेद्दा स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास में 24×7 कंट्रोल रूम बनाया हेल्पलाइन का संपर्क विवरण 8002440003 है।”
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सरकार से मांगी मदद
हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद तहसीन ने बताया कि इस हादसे में उसके परिवार के 7 लोगों की मौत हुई हैं. सभी लोग धार्मिक यात्रा पर गए थे. मीडिया से बातचीत के दौरान युवक ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. इसके साथ ही उसने मांग की है कि परिजनों के शवों को भारत लाने में सरकार मदद करे।
विदेश मंत्री ने भी जताया दुख
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सऊदी अरब में हुए हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने कहा- ‘मदीना में भारतीय नागरिकों के साथ हुई दुर्घटना से गहरा सदमा पहुंचा है. रियाद स्थित हमारा दूतावास दुर्घटना से प्रभावित भारतीय नागरिकों और उनके परिवारों को पूरी सहायता प्रदान कर रहे हैं।’
सऊदी अरब के मूल निवासी कौन थे?
सऊदी अरब का जन्मस्थान है इस्लाम धर्म को मानते हैं और इसके अधिकांश मूल निवासी बहुसंख्यक इस्लाम के अनुयायी हैं। सुन्नी शाखा। आधुनिक समय में, सुन्नी इस्लाम की वहाबी व्याख्या विशेष रूप से प्रभावशाली रही है, और इस संप्रदाय के विचारों का समर्थन करने वाले मुस्लिम विद्वान एक प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक शक्ति रहे हैं।
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