दिल्ली गवर्नमेंट ने उन विद्यार्थियों के लिए एक सराहनीय पहल की है जो आर्थिक तंगी के कारण NEET, CUET, IAS, SSC जैसी प्रतियोगी इम्तिहान की मुस्तैदी नहीं कर पाते। इस स्कीम का नाम ‘जय भीम मुफ्त कोचिंग योजना’ है, जिसका लक्ष्य अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण मुहैया कराना है।
किन इम्तिहान की मुस्तैदी कराई जाती है?
इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित इम्तिहान की मुस्तैदी करवाई जाती है:
प्रतियोगी परीक्षाएं जिनमें कोचिंग मिलती है
- नीट (मेडिकल प्रवेश परीक्षा)
- केट (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट)
- यूपीएससी-सिविल सेवा परीक्षा (IAS)
- एसएससी, आईबीपीएस, आरआरबी, एनटीपीसी
- क्लैट, जेईई, एनडीए आदि भी सम्मिलित हैं
छात्र वेबसाइट पर जाकर पूरी लिस्ट देख सकते हैं।
पात्रता की शर्तें क्या हैं?
इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें हैं:

योग्यता मानदंड
- आवेदक दिल्ली का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- एससी, एसटी, ओबीसी या ईडब्ल्यूएस वर्ग से संबंधित होना आवश्यक है।
- कुटुंब की सालाना आय 8 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- 10वीं और 12वीं पास विद्यार्थी पात्र हैं।
- 12वीं में पढ़ रहे विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते हैं।
आंकड़ों की बात करें तो कितने विद्यार्थियों ने लिया लाभ?
साल 2025 में 1.63 लाख विद्यार्थियों को स्कीम का लाभ मिलने का लक्ष्य था। इस साल अब तक केवल 3458 विद्यार्थियों ने NEET की कोचिंग प्राप्त की है, जो उम्मीदो से काफी कम है। इससे यह साफ होता है कि स्कीम का प्रचार-प्रसार और पहुँच अभी और बेहतर करने की जरूरत है।
आवेदन कैसे करें?
- विद्यार्थी स्कीम की आधिकारिक जालस्थल (वेबसाइट) पर जाकर ऑनलाइन निवेदन कर सकते हैं।
- दस्तावेज़ जैसे आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, और निवास प्रमाण पत्र परमावश्यकहैं।
चयन मेरिट और योग्यता के आधार पर किया जाता है।