2 स्टूडेंट्स सहित तीन लोगों की मौत, दो छात्राएं घायल
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र (Sonbhadra) जिले में शुक्रवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो छात्रों सहित तीन लोगों की मौत हो गई जबकि दो छात्राएं घायल हो गईं। पुलिस के अनुसार, घायल छात्राओं में एक की हालत गंभीर होने के कारण उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल भेज दिया गया।
क्लास रूम में पढ़ रहे थे बच्चे, तभी गिरी बिजली
पुलिस क्षेत्राधिकारी रणधीर कुमार मिश्रा ने बताया कि चोपन थानाक्षेत्र के नौटोलिया गांव में एक पब्लिक स्कूल में बच्चे क्लास रूम में पढ़ रहे थे कि तभी तेज आवाज में (lightning strike) बिजली गिरने से 13 वर्षीय दीपक और 8 वर्षीय अरविंद की मौत हो गई जबकि रेखा गुप्ता (14) गंभीर रूप से घायल हो गई। उन्होंने बताया कि विद्यालय के पास ही सर्वजीत (60) की भी बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई।
एक छात्रा का उपचार जारी

Uttar Pradesh : SDM विवेक कुमार सिंह ने बताया कि मृतकों एवं घायलों को सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षाधिकारी द्वारा संबंधित विद्यालय की भी जांच कराई जाएगी कि विद्यालय के संचालन में मानकों का पालन हो रहा था या नहीं। चोपन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ. अर्जुन कुमार ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर दो छात्रों की मौत हो चुकी थी जबकि एक छात्रा की हालत गंभीर होने के कारण उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया और एक अन्य छात्रा का उपचार जारी है।
बिजली गिरने के बाद आवाज क्यों आती है?
आकाश में बादलों के बीच तब टक्कर होती है, यानि घर्षण होने से अचानक इलेक्ट्रोस्टैटिक चार्ज निकलती है, ये तेजी से आसमान से जमीन की तरफ आता है। इस दौरान हमें तेज़ कड़क आवाज़ सुनाई देती है और बिजली की स्पार्किंग की तरह प्रकाश दिखाई देता है। इसी पूरी प्रक्रिया को आकाशीय बिजली कहते हैं।
आकाशीय बिजली गिरने की संभावना सबसे ज्यादा कब होती है?
इन इलाकों में मौजूद ऊंची या धातु की चीजें बिजली को आकर्षित करती हैं। जब आसमान में काले बादल हों, तेज हवा चले, गरज के साथ तेज बरसात हो रही हो, तब बिजली गिरने की आशंका बढ़ जाती है। जून से सितंबर महीने के बीच यह खतरा सबसे ज्यादा होता है।
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