मध्य प्रदेश (MP) के रीवा जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां त्योंथर न्यायालय में पदस्थ प्रथम व्यवहार न्यायाधीश मोहिनी भदौरिया (Mohini Bhdauria) को एक धमकी भरा पत्र मिला है। इस पत्र में बदमाश ने खुद को कुख्यात डकैत हनुमान का साथी बताते हुए जज से 500 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। पत्र में धमकी दी गई है कि अगर फिरौती की रकम नहीं दी गई तो जज की जान को खतरा होगा। यह पत्र प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) के बारा थाना क्षेत्र के लोहगारा निवासी संदीप सिंह द्वारा भेजा गया, जिसने फिरौती की रकम 1 सितंबर, 2025 को शाम 7:45 बजे उत्तर प्रदेश के बडगड़ जंगल में लाने की मांग की थी।
थाने में दर्ज कराई शिकायत
मामला सामने आने के बाद जज मोहिनी भदौरिया ने तुरंत सोहागी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी संदीप सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धारा 308(4) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पत्र पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भेजा गया था, जिसके आधार पर पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि धमकी देने वाला व्यक्ति उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस अब पत्र के स्रोत और आरोपी की पृष्ठभूमि की गहन जांच कर रही है, साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह धमकी डकैत हनुमान के गिरोह से वास्तव में जुड़ी है।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
यह घटना रीवा में कानून-व्यवस्था और न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। डकैत हनुमान का नाम मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों में पहले भी अपराधों के संदर्भ में सामने आ चुका है। इस तरह की धमकी न केवल न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश है, बल्कि यह क्षेत्र में आपराधिक तत्वों की हिम्मत को भी दर्शाता है। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई का आश्वासन दिया है और संदिग्ध की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह पत्र प्रयागराज से भेजा गया और उस पर हनुमान गिरोह का नाम इस्तेमाल किया गया वही गिरोह जो कभी मध्यभारत में आतंक का पर्याय था. जांच में आरोपी की पहचान प्रयागराज जिले के निवासी के रूप में की गई है, जिसे पकड़ने पुलिस टीम उत्तर प्रदेश रवाना हो चुकी है.
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