नई दिल्ली । पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम (P Chidambram) ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों (26/11) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। चिदंबरम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री ने उनके नाम से काल्पनिक बातें जोड़ दी हैं और उनके इंटरव्यू का संदर्भ तोड़ा-मरोड़ा गया है।
पीएम के बयान का संदर्भ
प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सेना की तैयारियों के बावजूद कार्रवाई नहीं की और आतंकियों के सामने घुटने टेके। उन्होंने चिदंबरम के 30 सितंबर के इंटरव्यू का उल्लेख किया, जिसमें सेना की तैयारियों का जिक्र था।
चिदंबरम का जवाब
चिदंबरम ने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार (Manmohan Singh Government) ने संयम और परिपक्वता से काम किया। उनका इंटरव्यू सिर्फ सेना की तैयारियों पर केंद्रित था, अंतिम निर्णय रणनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर लिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कहना कि कांग्रेस ने आतंकियों के सामने घुटने टेके, पूरी तरह मनगढ़ंत है।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री के बयान पर आपत्ति जताई और कहा कि यूपीए सरकार ने 26/11 हमलों के बाद मजबूती से कार्रवाई की थी। इस मामले ने भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक वार को और बढ़ा दिया है।
चिदंबरम की कहानी क्या है?
चिदंबरम मंदिर की कथा 12वीं शताब्दी के ग्रंथ चिदंबर-महात्म्य में निहित है। इसके मुख्य प्रसंग में बताया गया है कि शिव, एक नर्तकी (भिक्षु) के रूप में, ऋषियों से मिलने पौराणिक वन में जाते हैं, और उनके साथ मोहिनी (भगवान विष्णु का एक सुंदर स्त्री रूप) भी होती है।
चिदंबरम का क्या अर्थ है?
चिदंबरम का अर्थ “चेतना का आकाश” या “ज्ञान का वातावरण” है, जो चित् (चेतना/ज्ञान) और अंबरम (आकाश/वातावरण) शब्दों से मिलकर बना है। यह शब्द दक्षिण भारत के तमिलनाडु में स्थित एक शहर का नाम भी है, जो अपनी वास्तुकला, आध्यात्मिक महत्व और नटराज मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
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