पटना एयरपोर्ट पर मंगलवार को ऐसा नज़ारा दिखा जिसने बिहार की राजनीति में नई चर्चा छेड़ दी। चुनावी माहौल के बीच पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव (Laloo Prasad Yadav) के दोनों बेटे—तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और तेजप्रताप यादव—अचानक आमने-सामने आ गए। चौंकाने वाली बात यह रही कि न कोई अभिवादन हुआ, न बातचीत, बस एक ‘साइलेंट मुलाकात’ जिसने सोशल मीडिया (Social Media) से लेकर सियासी गलियारों तक सबका ध्यान खींच लिया।
यूट्यूबर के कैमरे में कैद हुआ पूरा वाकया
यह संयोग तब हुआ जब तेजप्रताप यादव एक यूट्यूबर के साथ इंटरव्यू दे रहे थे। वे पटना एयरपोर्ट के ड्यूटी-फ्री ज़ोन में फैबइंडिया स्टोर पर एक काली बंडी खरीद रहे थे। तभी अचानक तेजस्वी यादव वहां पहुंचे। वीडियो में दिखा कि तेजस्वी ने मुस्कुराकर पूछा –
“क्या शॉपिंग करा रहे हैं भइया?”
यूट्यूबर ने जवाब दिया –
“वो हमको गिफ्ट दे रहे हैं।”
तेजस्वी ने हंसकर कहा –
“आप बहुत लकी हैं।”
जबकि तेजप्रताप पूरे समय चुपचाप खड़े रहे।
तेजप्रताप की खामोशी और बढ़ते पारिवारिक मतभेद
तेजस्वी जहां सहज और मुस्कुराते दिखाई दिए, वहीं तेजप्रताप ने एक भी शब्द नहीं कहा। यह खामोशी इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि दोनों भाइयों के बीच राजनीतिक मतभेद अब सार्वजनिक हो चुके हैं। तेजप्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (RSJ) बना ली है, जबकि तेजस्वी राजद और महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं।
चुनावी समीकरण: कौन कहां से मैदान में
- तेजप्रताप यादव वैशाली की महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, वही सीट जहाँ से वे 2015 में विधायक बने थे।
- 2020 में उन्हें समस्तीपुर की हसनपुर सीट भेजा गया था, जिससे असंतोष बढ़ा।
- तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पूरे राज्य में रैलियाँ कर रहे हैं।
दोनों के रिश्ते क्यों हुए तल्ख?
- तेजप्रताप ने सोशल मीडिया पर पिता लालू प्रसाद यादव और पार्टी नेतृत्व पर खुलकर नाराज़गी जताई।
- उन्होंने कहा था—“राजद में लौटने से अच्छा मौत को चुनना होगा।”
- साथ ही, निजी जीवन से जुड़े विवादों ने परिवार और पार्टी में तनाव बढ़ा दिया।
Read More :