चीन ने पाकिस्तान और बांग्लादेश की लड़कियों को लेकर एक ऐसा आदेश जारी किया है, जिसे सुनकर पूरी दुनिया हैरान है। चीन भले ही दिखावा करने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश को अपना दोस्त बोलता है। लेकिन चीन ने पाकिस्तान और बांग्लादेश की लड़कियों के बारे में अपने लोगों के लिए जो आदेश जारी किया है।
उसे जानने के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश शर्मिंदा हो जाएंगे। ये खबर खासकर उन पाकिस्तानी और बांग्लादेशी पुरुषों को जाननी चाहिए कि जो ये बोल रहे हैं कि जिस दिन भारत हार जाएगा तो हम चार-चार भारतीय महिलाओं से शादी करेंगे। इन पाकिस्तानी और बांग्लादेशियों को चीन के नए आदेश के बारे में जानना चाहिए। चीन ने अपने नागरिकों से कहा कि वो खासतौर से पाकिस्तान और बांग्लादेश की लड़कियों से बचकर रहे।

चीन ने दुल्हन खरीदने के खिलाफ चेतावनी दी
चीन ने अपने लोगों से कहा है कि वे पाकिस्तान और बांग्लादेश की लड़कियों से भूल कर भी शादी न करें और इन लड़कियों के झांसे में बिल्कुल भी न आएं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक चीन ने ये कदम अपने डिप्लोमैट्स को जासूसी और हनी ट्रैप से बचाने के लिए उठाया है। चीन को डर है कि अमेरिका बांग्लादेश और पाकिस्तानी लड़कियों को दुल्हन बनाकर चीन में जासूसी के लिए घुसपैठ करवा रहा है।
चीनी सरकार ने बांग्लादेश में अपने नागरिकों को विवाह के लिए ‘विदेशी पत्नी’ खरीदने के खिलाफ चेतावनी जारी की। बांग्लादेश के डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, कई सोशल मीडिया पोस्ट में चीनी पुरुषों के लिए दुल्हन की व्यवस्था करने का दावा किया गया है, ढाका में देश के दूतावास ने अपने नागरिकों को इस जाल में न फंसने की चेतावनी दी है।
चीन में महसूस की जा रही है दुल्हन की कमी
चीन की एक-बच्चा नीति 1979 से दशकों तक चली और इसका असर अब भी महसूस किया जा रहा है। चीन में दुल्हन की कमी महसूस की जा रही है। इस कारण 3.5 करोड़ से ज्यादा पुरूष दुल्हन की तलाश कर रहे हैं। हताशा में कई चीनी पुरुष जीवनसाथी खोजने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की तलाश कर रहे हैं, जबकि अन्य विवाह करने के लिए विदेश की ओर जा रहे हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों की महिलाओं से शादी करने वाले चीनी पुरुषों की बढ़ती प्रवृत्ति मानव तस्करी के बारे में चिंताएँ पैदा कर रही है।
हालाँकि ये विवाह अंतर-सांस्कृतिक संबंध प्रतीत हो सकते हैं, लेकिन साक्ष्य बताते हैं कि इनमें से कई आपराधिक गतिविधियों से जुड़े हैं। चीन में एक बच्चे की नीति के दीर्घकालिक प्रभावों के कारण विवाह योग्य आयु की महिलाओं की कमी है। 1979 से 2015 तक लागू इस नीति के कारण बेटों को प्राथमिकता दी गई, जिससे जनसांख्यिकीय असंतुलन पैदा हुआ। अब, 35 मिलियन से अधिक चीनी पुरुष स्थानीय भागीदारों के बिना हैं, और यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
तस्करी कैसे होती है?
कम आय वाले समुदायों की महिलाओं को अक्सर सच्ची शादी और बेहतर जीवन के वादे के साथ बहकाया जाता है। हालांकि, वे खुद को आपराधिक गिरोहों के जाल में फंसा हुआ पाती हैं। बांग्लादेश में चीनी दूतावास ने नागरिकों को अवैध मैचमेकिंग एजेंसियों का उपयोग करने और ‘विदेशी पत्नी खरीदने’ के खिलाफ चेतावनी दी है। भ्रामक क्रॉस-बॉर्डर मैचमेकिंग के खिलाफ कानूनों के बावजूद, भूमिगत एजेंट काम करना जारी रखते हैं।
ये घोटाले कहां हो रहे हैं?
पाकिस्तान में भी इसी तरह के मामले सामने आए हैं, जहां अवैध विवाह केंद्र ईसाई परिवारों को धोखा देते हैं। चीनी पुरुषों को धनी धर्मांतरित के रूप में पेश किया जाता है, लेकिन कई महिलाओं को चीन पहुंचने के बाद वेश्यावृत्ति या अवैध अंग व्यापार में धकेल दिया जाता है। अवैध एजेंट चीनी पुरुषों को उपयुक्त मैच के रूप में छिपाने के लिए नकली दस्तावेज पेश करते हैं।
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