हैदराबाद : तेलंगाना भाजपा (Telangana BJP) ने रविवार को युवाओं से “नशामुक्त राष्ट्र” बनाने के प्रयास में एकजुट होने और “नशामुक्ति” का संकल्प लेने का आह्वान किया। “3K मोदी युवा दौड़” के लिए सफ़ेद टी-शर्ट पहने युवाओं, छात्रों और स्थानीय निवासियों की एक जीवंत सभा के दौरान, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Minister G. Kishan ReddY) ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग को समाप्त करने के महत्व पर ज़ोर दिया और इसे देश की प्रगति में एक बड़ी बाधा बताया।
राज्य भाजपा द्वारा सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के साथ हुई “3K मोदी युवा दौड़”
यह दौड़ राज्य भाजपा द्वारा सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम के साथ आयोजित की गई थी, जो सचिवालय के पास डॉ. बी. आर. अंबेडकर की प्रतिमा से शुरू होकर नेकलेस रोड तक गई। एमएलसी मलका कोमारैया ने कार्यक्रम के संयोजक के रूप में कार्य किया। तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष एन रामचंदर राव ने कहा कि “युवा राष्ट्र की संपत्ति हैं,” और उन्हें नशीली दवाओं की लत के खतरों से बचाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
भारतीय युवाओं की क्षमता को कमज़ोर करने की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश : रामचंदर राव
उन्होंने दावा किया कि भारतीय युवाओं की क्षमता को कमज़ोर करने की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है और इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है। बाद में, उन्होंने दौड़ को हरी झंडी दिखाई जिसमें 5,000 से ज़्यादा युवाओं ने भाग लिया। पार्टी सांसद ईटला राजेंद्र और कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी, एमएलसी अंजी रेड्डी, विधायक पी हरीश राव और अन्य नेता भी उपस्थित थे।
नशामुक्ति भारत अभियान क्या है?
भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के सेवन को रोकना और जनजागरूकता फैलाना है।
भारत में युवाओं के लिए नशा विरोधी अभियान क्या है?
नशा मुक्त भारत अभियान” – युवाओं को जागरूक करने, परामर्श देने और पुनर्वास सेवाएं देने पर केंद्रित।
“युवा शक्ति नशा मुक्ति की ओर” – स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को नशे के दुष्प्रभाव बताकर उन्हें इससे दूर रखने का प्रयास। स्थानीय स्तर पर युवा दौड़, रैलियाँ, वर्कशॉप्स और pledge campaigns के माध्यम से युवा वर्ग को जोड़ा जाता है।
नशा रोकने में युवाओं की क्या भूमिका है?
युवाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है:
- जागरूकता फैलाना – युवा समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाकर दूसरों को भी इससे बचा सकते हैं।
- सकारात्मक रोल मॉडल बनना – स्वयं नशे से दूर रहकर अन्य युवाओं को प्रेरित करना।
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